दिल्ली के लोकनायक अस्पताल में बनाया गया स्मार्ट वार्ड, बिना गए ही मरीजों की मिल रही पल-पल की जानकारी
सुरेश कुमार ने बताया कि कोरोना मरीजों के पास जाने में स्वास्थ्यकर्मियों को भी संक्रमण का खतरा रहता है। इस तरह की आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल से डाक्टर व नर्स को बार-बार वार्ड के अंदर जाने की जरूरत नहीं होगी।
नई दिल्ली [राहुल चौहान]। लोकनायक में अस्पताल में कोरोना मरीजों के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए आर्टीफिशियल इंटेलीजेंस तकनीक का इस्तेमाल कर एक स्मार्ट वार्ड बनाया गया है। इस वार्ड में भर्ती 30 मरीजों के बेड में एक चिप लगाई गई है। इनमें आठ मरीज फंगस से पीड़ित हैं। इस चिप को सेंसर के माध्यम से डाक्टर और नर्स के मोबाइल से कनेक्ट किया गया है। इससे उन्हें बार-बार वार्ड में जाए बिना मरीज के आक्सीजन स्तर, रक्तचाप, धड़कन और सांस लेने की दर की पल-पल की जानकारी मिलती रहती है। मरीज को परेशानी होने पर तुरंत डाक्टर और नर्स उनके पास पहुंच जाते हैं। अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डाक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि अभी यह ट्रायल के तौर पर किया गया है। अगर ट्रायल सफल रहा तो अस्पताल में आगे और भी कोरोना वार्डों में इस तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा।
सुरेश कुमार ने बताया कि कोरोना मरीजों के पास जाने में स्वास्थ्यकर्मियों को भी संक्रमण का खतरा रहता है। इस तरह की आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल से डाक्टर व नर्स को बार-बार वार्ड के अंदर जाने की जरूरत नहीं होगी। इसकी एक खासियत यह भी है कि इससे कई लोगों को एक साथ अपडेट भेजी जा सकती है। मौजूदा समय में हर मरीज की जांच के लिए वार्ड में जाना पड़ता है। इसमें बहुत समय लगता है। लेकिन इस सुविधा से हर मरीज की हर समय की अपडेट मिल रही है। इससे मरीजों का ख्याल रखने में मदद मिल रही है।
डा सुरेश ने यह भी बताया कि यह नई शुरुआत डाजी मानिटर आइसीयू के तहत की गई है, जिसका मकसद देश भर में आइसीयू केयर को बेहतर करना और स्टाफ की कमी को दूर करना है, जिससे कोरोना संकट में संक्रमण के खतरे के बाद भी बेहतर इलाज की सुविधा मरीजों को मिलती रहे।