Success Mantra: ‘क्वालिटी आउटपुट’ है कामयाबी का मंत्र, ऐसे करें स्मार्ट वर्क

Success Mantra अपने लक्ष्य को लेकर बिल्कुल स्पष्ट रहें। काम करने के तरीके में बदलाव लाएं। जैसे काम को ब्लाक में बांटकर करने से आपको काफी अतिरिक्त समय मिल जाएगा जिससे अपने दूसरे काम भी पूरा कर सकेंगे।

By Sanjay PokhriyalEdited By: Publish:Sat, 25 Sep 2021 11:04 AM (IST) Updated:Sat, 25 Sep 2021 11:04 AM (IST)
Success Mantra: ‘क्वालिटी आउटपुट’ है कामयाबी का मंत्र, ऐसे करें स्मार्ट वर्क
वर्क फ्रार्म होम के दौरान आपका कम्‍युनिकेशन जितना अच्छा होगा, आप काम भी उतना ही अच्‍छा होगा।

सुमन अग्रवाल। Success Mantra ‘पेड़ काटने के पूर्व कुल्हाड़ी की धार देखने की आवश्यकता होती है। इसलिए जब आठ घंटे में पेड़ काटना हो, तो छह घंटे कुल्हाड़ी की धार तेज करने में लगाने पर सफलता प्राप्‍त होने के अवसर बढ़ जाते हैं।' मशहूर उद्योगपति रतन टाटा की यह बात आज के समय में एक सफल प्रोफेशनल लाइफ के लिए बिल्कुल फिट बैठती है। ऐसा इसलिए कि कोरोना काल में प्रोफेशनल लाइफ में सफल होने और बेस्ट परफार्मर बनने के पैमाने में काफी बदलाव आ गया है।

अब वह वक्‍त नहीं रहा, जब आप सफलता के लिए घंटों काम में जुटे रहते थे, रात-दिन एक कर देते थे, खून पसीना बहाते थे, फिर भी अंत में सफलता बस आपको छूकर चली जाती थी। इसका मतलब यह भी नहीं है कि आपको अब मेहनत करने की जरूरत नहीं है, लेकिन कड़ी मेहनत का मतलब 24 घंटे काम को लेकर जूझते रहना नहीं है, बल्कि बदलते वक्‍त के साथ काम करने के तरीके में बदलाव लाने के साथ-साथ तकनीक के सही इस्तेमाल की जरूरत है। आम भाषा में अगर कहें तो अब हार्ड वर्क से नहीं, बल्कि स्मार्ट वर्क से क्वालिटी आउटपुट देने का समय है। आज के समय में हर कंपनी अपने कर्मचारियों से यही उम्मीद करती है कि वे कम समय में बेहतर परिणाम दें।

तकनीक की लें मदद: एक प्रमुख डिजिटल कंपनी में वीडियो लीड गौरव उप्रीति बताते हैं कि वर्क फ्रार्म होम में लोग घंटों काम करते हैं, लेकिन आउटपुट वही रहता है। उन्हें अब इस बात पर ध्यान देना होगा कि टेक्‍नोलाजी एक ऐसी टूल है, जिसका सही तरीके से इस्तेमाल करके वे अपनी प्रोडक्टिविटी को और बढ़ा सकते हैं। वे अपने काम को डिवाइड करके समय की बचत कर सकते हैं। इसके अलावा, वर्क फ्रार्म होम के दौरान आपका कम्‍युनिकेशन जितना अच्छा होगा, आप काम भी उतना ही अच्‍छा होगा।

क्‍वालिटी वर्क पर ज्‍यादा जोर: कोरोना काल में आफिस में काम करने का कल्चर भी बहुत बदला है। अब मैनेजर या बॉस आपके घंटे नहीं गिनते, बल्कि आप कम समय में कितना बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं, यह देखते हैं। हाल ही में यूनिवर्सिटी आफ कैलिफोर्निया में प्रकाशित एक शोध में यह सामने आया है कि विदेश में ज्यादातर कंपनियां काम के घंटे देखने के बजाय अपने कर्मचारियों से क्वालिटी वर्क की उम्मीद करती हैं, उनका बेस्ट आउटपुट देखती हैं।

ऐसे करें स्मार्ट वर्क अपनी क्वालिटी को पहचानें। दूसरों के तरीकों की नकल करके काम करने से आप कभी भी सृजनात्मक नहीं बन पाएंगे। अच्छा यह होगा कि आप अपने अंदर की खूबियों को जानें और यह समझें कि आप किस काम में बेहतर हैं। किसी से मुकाबले में पड़ने के बजाय काम को अपने ढंग से बेहतर करें। उसके बाद देखिएगा, आप जो भी करेंगे वह बेस्ट होगा। कोई भी प्रोजेक्ट या काम शुरू करने से पहले एक प्लान बना लें, उस विषय पर जरूरी जानकारी इकट्ठा करें। इससे आपका काम काफी आसान हो जाएगा। पारंपरिक तरीकों से काम करने से वक्‍त ज्यादा खर्च होता है। आज के दौर में इतनी तकनीकें आ गई हैं, जिनका इस्तेमाल कर आप समय की बचत कर सकते हैं। 10 घंटे का काम आप चार घंटे में भी पूरा कर सकते हैं।

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