मशहूर सितार वादक पंडित देबू चौधरी के बेटे प्रतीक को भी क्रूर कोरोना ने लीला

कलाकार प्रतीक चौधरी कुछ दिनों से वेंटिलेटर पर थे। 1 मई को इनके पिता देबू चौधरी का निधन हुआ था। शुक्रवार को जान गंवाने वाले प्रतीक चौधरी की पत्नी रूना व 4 साल की बेटीरयाना भी संक्रमित हैं।

By Jp YadavEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 11:27 AM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 11:27 AM (IST)
मशहूर सितार वादक पंडित देबू चौधरी के बेटे प्रतीक को भी क्रूर कोरोना ने लीला
मशहूर सितार वादक पंडित देबू चौधरी के बेटे प्रतीक को भी क्रूर कोरोना ने लीला

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। क्रूर कोरोना वायरस संक्रमण कलाकारों पर कहर बनकर टूट रहा है। पिछले एक पखवाड़े के दौरान साहित्यकार, लेखक और संगीतकार क्रूर कोरोना की चपेट में आकर जान गंवा चुके हैं। ताजा मामले में सितारवादक देबू चौधरी के बेटे प्रतीक चौधरी की भी कोरोना से मौत हो गई है। वह कुछ दिनों से वेंटिलेटर पर थे। 1 मई को इनके पिता डेबू चौधरी का निधन हुआ था। शुक्रवार को जान गंवाने वाले प्रतीक चौधरी की पत्नी रूना व 4 साल की बेटी रयाना भी संक्रमित हैं। 

इससे पहले 1 मई को मशहूर सितार वादक पंडित देवब्रत चौधरी का कोविड-19 संबंधी जटिलताओं के कारण दिल्ली के एक अस्पताल में निधन हो गया। उनके बेटे प्रतीक चौधरी ने भी उनकी मौत की जानकारी इंटरनेट मीडिया पर ट्वीट कर जानकारी दी। निधन के साथ ही प्रतीक चौधरी ने कलाकार पिता देबू चौधरी के नाम से प्रसिद्ध, अपने पिता के निधन की जानकारी अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर दी थी।

उन्होंने लिखा था, 'मेरे पिता, सितार के दिग्गज, पंडित देबू चौधरी नहीं रहे। उन्हें कोविड के साथ ही मनोभ्रंश की जटिलताओं के साथ भर्ती कराया गया और उन्हें आज (एक मई, 2021) मध्यरात्रि के आस-पास आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया था, जिसके बाद उन्हें दिल का दौरा पड़ा और उन्हें बचाया नहीं जा सका। सभी प्रयासों और प्रार्थनाओं के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका।' बहू रूना और पोती रयाना तथा पोता अधिराज हैं। 

बता दें कि पिछले दिनों कवि और गीतकार कुंअर बेचैन की भी कोरोना से मौत हो गई। इसके अलावा, कोरोना से यूपी के कई विधायकों की भी मौत हो चुकी है। राजधानी दिल्ली में कोरोना की संक्रमण दर पिछले दिन के मुकाबले 24.29 फीसद से बढ़कर 24.92 फीसद हो गई। इस वजह से शुक्रवार को 19,832 नए मामले आए। पिछले 24 घंटे में 341 मरीजों की मौत हो गई। वहीं 19,085 मरीज ठीक हुए हैं। ठीक होने वाले मरीजों की संख्या की तुलना में नए मामले अधिक होने के कारण सक्रिय मरीजों की संख्या थोड़ी बढ़ गई है।

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