श्रद्धालुओं के लिए गुरुद्वारा बंगला साहिब बंद करने के आदेश से सिख नाराज

कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए डीडीएमए के दिशा निर्देश के के अनुसार धार्मिक स्थलों को सिर्फ नियमित पूजा-अर्चना के लिए खोला जा सकता हैलेकिन श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।एसडीएम द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि प्रतिबंध के बावजूद गुरुद्वारे में आम श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 06:10 AM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 07:27 AM (IST)
श्रद्धालुओं के लिए गुरुद्वारा बंगला साहिब बंद करने के आदेश से सिख नाराज
मुख्यमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप कर संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग

नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के दिशा निर्देश का पालन कराने के लिए चाणक्यपुरी के एसडीएम ने गुरुद्वारा बंगला साहिब में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगाने का आदेश जारी किया है। इससे सिखों में नाराजगी है। उन्होंने प्रशासन से तत्काल इस आदेश को वापस लेने की मांग की है। वहीं, इसे लेकर प्रशासन की ओऱ से कोई सख्ती नहीं की गई है। शनिवार देर शाम तक श्रद्धालु गुरुद्वारा में रोज की तरह पहुंच रहे थे।

कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए डीडीएमए के दिशा निर्देश के के अनुसार धार्मिक स्थलों को सिर्फ नियमित पूजा-अर्चना के लिए खोला जा सकता है, लेकिन श्रद्धालुओं को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। चाणक्यपुर की एसडीएम गीता ग्रोवरद्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि प्रतिबंध के बावजूद बंगला साहिब गुरुद्वारे में आम श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। गुरुद्वारा प्रबंधन को तुरंत श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगाने को कहा गया है।

इस फरमान का सिखों ने विरोध किया है। शिरोमणि अकाली दल (शिअद बादल) के प्रवक्ता व दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) के निवर्तमान अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने इसका विरोध किया है। उन्होंने कहा कि इसे किसी भी सूरत में नहीं माना जाएगा। उन्होंने मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर इस आदेश को वापस लेने और एसडीएम और संबंधित नई दिल्ली के डीएम के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में इस गुरुद्वारा से लाखों लोगों को भोजन उपलब्ध कराया गया था। प्रशासन गुरुद्वारा प्रबंधक को पत्र लिखकर लंगर व कोरोना अस्पताल के लिए जगह उपलब्ध कराने का आग्रह करता था। आज इसे बंद करने का आदेश जारी किया जा रहा है। यह धर्म पर हमला है।

जग आसरा गुरु ओट (जागो) के अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके ने भी इस आदेश का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि लगभग दो माह पहले वसंत कुंज के एसडीएम ने भी छह गुरुद्वारों को बंद करने का आदेश दिया था। जागो ने उसका विरोध किया था। मजबूरन फैसला वापस लेना पड़ा था। फिर से लड़ाई लड़ी जाएगी। किसी भी हाल में गुरुद्वारा बंद नहीं होने दिया जाएगा। कोरोना संकट के समय सभी धार्मिक स्थल बंद थे। गुरुद्वारा भी श्रद्धालुओं के लिए बंद था। लेकिन इस समय गुरुद्वारा के खिलाफ इस तरह का फरमान जारी करना बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। वहीं, एसडीएम गीता ग्रोवर ने कहा कि गुरुद्वारा प्रबंधन को डीडीएमए के दिशा निर्देश का पालन कराने को कहा गया है।

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