दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग के 2 अंशकालिक सदस्यों पर पद के दुरुपयोग के गंभीर आरोप

दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष संजय गहलोत ने शिकायत की है कि सदस्य रवि शंकर और अनीता उज्जैनवाल ने सलाहकार समिति में 100 लोगों की सदस्य के रूप में नियुक्ति की है जो नियमों के विरुद्ध है।

By Jp YadavEdited By: Publish:Thu, 05 Aug 2021 08:46 AM (IST) Updated:Thu, 05 Aug 2021 08:46 AM (IST)
दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग के 2 अंशकालिक सदस्यों पर पद के दुरुपयोग के गंभीर आरोप
दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग के 2 अंशकालिक सदस्यों पर पद के दुरुपयोग के गंभीर आरोप

नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग के 2 अंशकालिक सदस्यों पर पद के दुरुपयोग के गंभीर आरोप लगे हैं। आयोग के अध्यक्ष संजय गहलोत ने शिकायत की है कि सदस्य रवि शंकर और अनीता उज्जैनवाल ने सलाहकार समिति में 100 लोगों की सदस्य के रूप में नियुक्ति की है, जो नियमों के विरुद्ध है। इस पर आयोग के सचिव एवी प्रेमनाथ ने दोनों सदस्यों को नोटिस भेजकर जवाब तलब किया है।

संजय गहलोत ने अपनी शिकायत में कहा है कि प्रथम दृष्टया प्रतीत होता है कि दोनों सदस्यों ने नियुक्त किए गए लोगों को वेतन-भत्ते का लालच देकर काफी पैसे भी वसूले हैं। उन्होंने दोनों सदस्यों को हटाने और इनके खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज कराने के लिए भी लिखा है। इस मामले में अनुसूचित जाति एवं जनजाति मंत्री राजेंद्र पाल गौतम को फोन कर और वाट्सएप मैसेज भेजकर पक्ष जानने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका कोई पक्ष नहीं मिला।

आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) सरकार ने करीब साढ़े तीन साल पहले रवि शंकर और अनीता उज्जैनवाल को अंशकालिक सदस्य के तौर पर दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग में नियुक्त किया था। गत दिनों जब आयोग के चेयरमैन का पद रिक्त था, तब उक्त दोनों सदस्यों ने आयोग की सलाहकार समिति में सदस्यों की नियुक्ति की। इन्हें निगम के विभिन्न जोन में तैनाती दी गई।

संजय गहलोत ने जब विगत जून में फिर से चेयरमैन का पद संभाला तो उन्होंने दोनों सदस्यों के खिलाफ आयोग के सचिव से शिकायत की। एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि बिना उपराज्यपाल की अनुमति के किसी को भी नियुक्ति पत्र नहीं दिया जा सकता है।

रवि शंकर (अंशकालिक सदस्य, दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग) के मुताबिक, आरोप निराधार हैं। आयोग की बेहतरी के लिए लोगों को सलाहकार समिति में सदस्य नियुक्त किया गया है। मेरे पास इन्हें नियुक्त करने का अधिकार है। किसी को कोई वेतन या भत्ता नहीं दिया जाएगा।

अनीता उज्जैनवाल (अंशकालिक सदस्य, दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग) का कहना है कि कुछ भी नियम विरुद्ध नहीं किया है। आयोग के प्रविधान के तहत ही लोगों की नियुक्ति की गई है। आयोग के चेयरमैन जो आरोप लगा रहे हैं, वह सरासर गलत है।  

संजय गहलोत (अध्यक्ष, दिल्ली सफाई कर्मचारी आयोग) का कहना है कि आयोग के इन दोनों सदस्यों द्वारा सलाहकार समिति में सदस्य नियुक्त करने का मामला मेरे संज्ञान में आया है, जिस पर मैंने कार्रवाई करने के लिए आयोग के सचिव से कहा है।  

chat bot
आपका साथी