दिल्ली दंगा: वीडियो में आरोपित को आक्रामक मुद्रा में देख कोर्ट ने खारिज की जमानत अर्जी

कोर्ट ने अभियोजन पक्ष की मजबूत दलीलों और उनके द्वारा वीडियो दिखाए जाने के बाद आरोपित जावेद अली की जमानत अर्जी खारिज कर दी। इसी कोर्ट ने भजनपुरा में पेट्रोल पंप पर आग लगाने के मामले में आरोपित खालिद को जमानत दे दी।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Tue, 20 Apr 2021 04:30 PM (IST) Updated:Tue, 20 Apr 2021 04:30 PM (IST)
दिल्ली दंगा: वीडियो में आरोपित को आक्रामक मुद्रा में देख कोर्ट ने खारिज की जमानत अर्जी
सोमवार को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश विनोद यादव की कोर्ट में उसकी अर्जी पर सुनवाई हुई।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। करावल नगर में दंगे के दौरान एक व्यक्ति की हत्या के मामले में सोमवार को कड़कड़डूमा कोर्ट ने आरोपित जावेद अली को जमानत देने से इन्कार कर दिया। कोर्ट ने कहा कि वीडियो फुटेज में आरोपित आक्रामक मुद्रा में एक हाथ में डंडा और दूसरे हाथ में ईट के साथ दिखाई दे रहा है। रिकॉर्ड देखने से पता चला है कि शुरुआत में आरोपित फरार रहा। जांच एजेंसी को उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट के लिए कार्रवाई करनी पड़ी। ऐसे आरोपित को जमानत नहीं दी जा सकती।

वहीं एक अन्य मामले में आरोपित खालिद की जमानत अर्जी स्वीकार कर ली गई।गत वर्ष दंगे में करावल नगर में आलोक तिवारी नामक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी। धारदार हथियार से उन पर वार किए गए थे। इस मामले में आरोपित जावेद अली ने जमानत के लिए अर्जी लगाई थी। सोमवार को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश विनोद यादव की कोर्ट में उसकी अर्जी पर सुनवाई हुई।

कोर्ट ने अभियोजन पक्ष की मजबूत दलीलों और उनके द्वारा वीडियो दिखाए जाने के बाद आरोपित जावेद अली की जमानत अर्जी खारिज कर दी। इसी कोर्ट ने भजनपुरा में पेट्रोल पंप पर आग लगाने के मामले में आरोपित खालिद को जमानत दे दी।

लापता तीन बच्चों को लुधियाना से बरामद किया

वहीं, बाराखंभा से लापता तीन बच्चों को बाराखंभा थाना पुलिस ने पंजाब के लुधियाना से बरामद कर लिया। तीनों का पटियाला हाउस कोर्ट में धारा-164 के तहत बयान कराकर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के समक्ष पेश करने के बाद उनके स्वजन को सौंप दिया गया।डीसीपी नई दिल्ली जिला ईश सिंघल के मुताबिक तीनों बच्चे बाराखंभा इलाके में रहते थे। इनकी उम्र 12 से 14 साल के बीच है। तीनों अचानक अपने अपने घरों से नौ अप्रैल को दोपहर में लापता हो गए थे। स्वजन ने पहले अपने स्तर पर तीनों को ढूंढ़ने की कोशिश की।

कहीं पता नहीं चलने पर गैर सरकारी संस्था प्रयास से शिकायत की। प्रयास के चाइल्ड लाइन टीम के सदस्य आशीष ने नौ अप्रैल को पीसीआर काल कर पुलिस में शिकायत की। काल पर सब इंस्पेक्टर संजय मौके पर पहुचे। उन्होंने शिकायत कर्ता से मुलाकात कर सारी जानकारी प्राप्त की। उसके बाद बाराखंभा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई। काफी प्रयास से बाद पुलिस टीम ने 18 अप्रैल को तीनों बच्चों को पंजाब के लुधियाना से बरामद कर लिया।

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