देखिए पहलवान सुशील कुमार के साथ दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की नजदीकियां, ये है सेल्फी एक्सपर्ट टीम

शुक्रवार को दिल्ली पुलिस की टीम पहलवान सुशील कुमार को दिल्ली के मंडोली जेल से लेकर तिहाड़ में शिफ्ट कराने के लिए लेकर निकली थी। इस दौरान पुलिस और स्पेशल स्टाफ के सादी वर्दी में तमाम पुलिसकर्मियों ने सुशील के साथ फोटो और सेल्फी सेशन कराई।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 05:18 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 05:18 PM (IST)
देखिए पहलवान सुशील कुमार के साथ दिल्ली पुलिस के अधिकारियों की नजदीकियां, ये है सेल्फी एक्सपर्ट टीम
दिल्ली पुलिस की सेल्फी एक्सपर्ट टीम ने सुशील को तिहाड़ में शिफ्ट करते समय खूब तस्वीरें खींची।

नई दिल्ली, विनय तिवारी। एक उभरते हुए पहलवान की हत्या के मामले में एक आरोपित पहलवान के साथ दिल्ली पुलिस के लोगों को कैसा याराना है ये शुक्रवार को देखने को मिला। शुक्रवार को दिल्ली पुलिस की टीम पहलवान सुशील कुमार को दिल्ली के मंडोली जेल से लेकर तिहाड़ में शिफ्ट कराने के लिए लेकर निकली थी। इस दौरान पुलिस और स्पेशल स्टाफ के सादी वर्दी में तमाम पुलिसकर्मियों ने सुशील के साथ फोटो और सेल्फी सेशन कराई। यहां कोरोना प्रोटोकाल का भी पालन नहीं किया गया। कुछ लोगों के हाथों में मास्क नजर आए उन्हें मात्र दिखाने के लिए लिया गया था।


पुलिस की एक टीम को सागर की हत्या के आरोप में पुलिस की टीम ने गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारी भी स्पेशल टीम ने की थी। सुशील के साथ इन अधिकारियों की फोटो कुछ ही देर में इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गई। ट्विटर पर फोटो पोस्ट करके लोग पुलिस उपायुक्त से जवाब मांगने लगे। कुछ लोगों ने फोटो को पोस्ट करते हुए लिखा कि पुलिस और हत्यारोपी का दोस्ताना देखने को मिल रहा है। ये तस्वीरें बता रही हैं कि ओलंपियन सुशील कुमार पुलिस को किस तरह से इस्तेमाल कर रहा था। किन वजहों से हत्या के 15 दिन तक वो पुलिस से बचता रहा। किस वजहों से पुलिस उससे अब तक हत्या में इस्तेमाल की गई चीजों को बरामद नहीं कर पाई है। पुलिस टीम सुशील को लेकर देहरादून और हरिद्वार तक घूम आई मगर कोई सबूत हाथ नहीं लगा।


अब पुलिस की सेल्फी एक्सपर्ट टीम ने हत्या के आरोपी से मिलीभगत का सबूत भी खुद सेल्फी ले कर दिया। स्पेशल सेल की इसी "सेल्फी एक्सपर्ट टीम" ने सुशील की गिरफ्तारी का दावा किया था। शुक्रवार को सुशील कुमार को मंडोली जेल से तिहाड़ जेल शिफ्ट करते समय इन पुलिसकर्मियों को सुरक्षा के लिए भेजा गया था लेकिन ये उसके साथ ऐसे घुले मिले कि आरोपी और पुलिस में फर्क करना मुश्किल दिख रहा था। तस्वीरें देखकर लग रहा था कि जैसे कोई खिलाड़ी बड़ा इवेंट जीतकर वापस लौटा हो।


सागर ही हत्या के बाद सुशील के बदमाशों के साथ नेटवर्क पहले ही सामने आ चुके हैं। वैसे सुशील पहलवान को पकड़ने वाले भी किसी सिंडिकेट से कम नहीं, स्पेशल सेल के भी गिने-चुने अधिकारी, गिरफ्तारी दिखाने का वही घिसा-पीटा तरीका। सच है कि कई टीम सुशील की तलाश में दिन रात मेहनत करती रह गईं मगर मलाई कोई और खा गया। यदि ऐसे अधिकारियों की भी जांच कर ली जाएतो नतीजे कुछ और ही सामने आ जाएंगे।

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