AIIMS में अनुबंधित स्वास्थ्यकर्मियों की सैलरी बढ़ी, एक अप्रैल 2019 से मिलेगा बढ़ा हुआ वेतन
AIIMS Employees Salary HIKE पत्र के मुताबिक एम्स में अनुबंध पर कार्यरत चालक एंबुलेंस पर कार्यरत पैरामेडिकल कर्मचारी टेलीफोन आपरेटर कार्यक्रम सहायक लैब अटेंडेेंट एमटीएस एमएलटी और मरीज की देखभाल करने वाले सहायकों के वेतन में एक हजार से लेकर तीन हजार रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है।
नई दिल्ली [राहुल चौहान]। एम्स में अनुबंध पर कार्यरत स्वास्थ्यकर्मियों को अब एक अप्रैल 2019 से बढ़ा हुआ वेतन मिलेगा। श्रम आयुक्त के निर्देश के बाद एम्स भर्ती प्रकोष्ठ के सहायक प्रशासनिक अधिकारी केसी भट्ट ने अनुबंधित कर्मचारियों की सेवा प्रदाता कंपनी बेसिल के उप महाप्रबंधक महेश चंद को मंगलवार को पत्र लिखकर पुनर्निर्धारित वेतनमान के मुताबिक भुगतान करने के लिए कहा है।
पत्र के मुताबिक एम्स में अनुबंध पर कार्यरत चालक, एंबुलेंस पर कार्यरत पैरामेडिकल कर्मचारी, टेलीफोन आपरेटर, कार्यक्रम सहायक, लैब अटेंडेेंट, एमटीएस, एमएलटी और मरीज की देखभाल करने वाले सहायकों के वेतन में एक हजार से लेकर तीन हजार रुपये की बढ़ोत्तरी की गई है। इसका भुगतान एक अप्रैल 2019 से तीन स्केल में किया जाएगा। एम्स दिव्यांग फेडरेशन के अध्यक्ष संतदेव चौहान ने बताया कि अनुबंधित कर्मचारियों की यह काफी पुरानी मांग थी।
जनवरी में फेडरेशन की ओर से उन्होंने श्रम एवं रोजगार मंत्रालय को इसके लिए पत्र लिखा था। जिसके के बाद श्रम विभाग के निर्देश पर श्रम आयुक्त ने एम्स प्रशासन और दिव्यांग फेडरेशन के साथ कई दौर की बैठक कर समस्या को सुना। इसके बाद एम्स प्रशासन को वेतन बढ़ाने के निर्देश दिए। जिसके बाद एम्स प्रशासन ने अब सेवा प्रदाता कंपनी को बढ़ा हुआ वेतन देने के लिए पत्र लिखा है।
एम्स में ओटी तकनीशियनों ने दी हड़ताल की चेतावनी
वहीं, एम्स में वेतन विसंगतियां दूर करने की मांग को लेकर ओटी तकनीशियनों ने बृहस्पतिवार को संस्थान में निदेशक कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। एम्स ओटी टेक्नोलाजिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश कुमार भाटी ने कहा कि लगातार पांच दिन प्रदर्शन किया जाएगा। फिर भी यदि मांगे नहीं मानी गई और वेतन विसंगतियों को दूर कर वेतन बढ़ोतरी का फैसला नहीं हुआ तो कर्मचारी हड़ताल करेंगे और कम बंद कर देंगे। एम्स में करीब 750 ओटी तकनीशियन हैं। यदि इन कर्मचारियों ने कर्मचारियों ने हड़ताल की तो सर्जरी ठप हो सकती है।
एसोसिएशन का कहना है कि केंद्र सरकार ने पहले एक कमेटी गठित की थी। उस कमेटी ने पीजीआइ चंडीगढ़, जिप्मेर पुडुचेरी व एम्स में ओटी तकनीशियन का एक बराबर वेतन तय करने का निर्देश दिया था। एम्स में अब तक इसे लागू नहीं किया गया। कई वर्षो से यह मामला लंबित है।