रोहिणी कोर्ट शूटआउट: गोलियों की तड़तड़ाहट से लगा आतंकी हमला हो गया, भगदड़ में कई जख्मी
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक शुक्रवार को कोर्ट की कार्यवाही चल रही थी। वकीलों सहित अन्य लोग अपनी-अपनी कुर्सी पर बैठे थे।इन्हीं के बीच वकील के वेश में हमलावर भी आकर बैठ गए और दूसरे वकीलों के साथ बात करने लगे।गोलियों की तड़तड़ाहट शुरू हुई तो कोर्ट रूम में भगदड़ मच गई।
नई दिल्ली [सोनू राणा]। रोहिणी कोर्ट रूम 207 में जैसे ही ताबड़तोड़ गोलियां चलीं, पूरे कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मच गई। गोलियों की तड़तड़ाहट सुन वकीलों व लोगों को लगा कि मानो कोई आतंकी हमला हो गया है। कोर्ट रूम में मौजूद वकील बाहर भागने की कोशिश करने लगे। कुछ वकील अहलमद (कोर्ट क्लर्क) रूम में घुस गए। माहौल इतना भयावह था कि अहलमद रूम में वकील एक-दूसरे के ऊपर गिर गए। इतना ही नहीं गोलियां चलते देख अतिरिक्त सत्र न्यायधीश भी मेज के पीछे छिप गए।
कोर्ट की कार्यवाही के बीच हुई गोलबारी से मची भगदड़
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक शुक्रवार को कोर्ट की कार्यवाही चल रही थी। वकीलों सहित अन्य लोग अपनी-अपनी कुर्सी पर बैठे थे। इन्हीं के बीच वकील के वेश में हमलावर भी आकर बैठ गए और दूसरे वकीलों के साथ बात करने लगे। इसी बीच अचानक से गोलियों की तड़तड़ाहट शुरू हुई तो कोर्ट रूम में भगदड़ मच गई।
जान बचाने के लिए जज छिपे टेबल के नीचे
अचानक हुई गोलीबारी से अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश भी हतप्रभ रह गए और जान बचाने के लिए टेबल के नीचे चले गए। इसके अलावा, स्टेनो, रीडर, वकील, इंटर्न सहित करीब 20 लोग अपनी जान बचाने के लिए जहां-तहां भागने लगे। कुछ लोग बाहर आ गए तो कुछ अहलमद रूम में छिप गए। इस दौरान एक के ऊपर एक वकील लेट गए। अहलमद ने भी खुद की जान बचाने के लिए ऊपर बैग रख लिया था।
कोर्ट रूम में नजर आ रहा था धुआं ही धुआं
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक हमलावरों द्वारा की गई फायरिंग के जवाब में सुरक्षाबलों ने भी फायरिंग की। इससे कोर्ट रूम में कुछ देर के लिए चारों तरफ धुआं ही धुआं नजर आ रहा था। गोलीबारी शांत हुई और हमलावरों के मारे जाने का शोर मचा तो आनन-फानन में लोग जान बचाकर कोर्ट रूम से बाहर भागने लगे। इस बीच टेबल व अन्य वस्तुओं से टकराने की वजह से कई लोग जख्मी भी हो गए। इस बीच कुछ लोगों ने इसका वीडियो भी बनाकर वायरल किया है।
कुछ वकीलों के फोन भी किए गए जब्त
गोलीबारी बंद हुई तो वकील बाहर भागने लगे। इस बीच कुछ वकीलों के फोन भी पुलिस ने जब्त कर लिए। वकीलों ने अपने फोन वापस मांगे, लेकिन उन्हें नहीं दिए गए। पुलिस को शक है कि किसी ने हमलावरों को गोगी को पेश किए जाने के समय की जानकारी दी है। पुलिस के आलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। इसके साथ ही फोरेंसिक टीम ने सुबूत एकत्र किए।
जान बचाने के लिए भागने लगे बच्चे व महिलाएं
कोर्ट रूम में गोलियां चलनी शुरू हुई तो कोर्ट परिसर में मौजूद बच्चों को लेकर महिलाएं जान बचाने के लिए भागने लगीं। इस दौरान सामने की कोर्ट रूम 206 में भी जज, वकील व लोग मौजूद थे। वह भी गोलियों की आवाज सुनकर सीढ़ियों की ओर भागने लगे।