हाथ की मांसपेशियों से डॉक्टरों ने बनाई कैंसर मरीज की जीभ

हाथ की कलाई के पास से मांसपेशियों का फ्लैप (परत) लेकर उसे जीभ का आकार दिया गया। कलाई के पास से नसें भी ली गई थी। इसके बाद माइक्रोस्कोप की मदद से मुंह में जीभ रिकंस्ट्रक्ट की गई और नसों को जोड़ा गया।

By Edited By: Publish:Sun, 25 Oct 2020 10:06 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 12:38 PM (IST)
हाथ की मांसपेशियों से डॉक्टरों ने बनाई कैंसर मरीज की जीभ
डॉक्टरों ने 16 दिन पहले यह सर्जरी की थी।

नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। दिल्ली के चर्चित राम मनोहर लोहिया अस्पताल के डॉक्टरों ने हाथ की मांसपेशियों की परत से जीभ बनाई और कैंसर की बीमारी से पीड़ित 35 वर्षीय युवक के मुंह में प्रत्यारोपित कर दिया। अस्पताल के बर्न व प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने 16 दिन पहले यह सर्जरी की थी। इसके बाद से मरीज के स्वास्थ्य में सुधार है। डॉक्टरों का कहना है कि मरीज को जल्द ही अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी।

आरएमएल अस्पताल के बर्न व प्लास्टिक विभाग के सर्जन डॉ. मुकेश शर्मा ने कहा कि मरीज को जीभ का कैंसर था। इस वजह से ट्यूमर को निकालने के लिए उनकी जीभ का 80 फीसद हिस्सा काटकर निकालना पड़ा था। इससे उनकी आवाज चली गई थी। ईएनटी विभाग के डॉक्टरों ने कैंसर की सर्जरी की थी। किसी चीज खानेपीने, लार को नियंत्रित करने व बोलने के लिए जीभ जरूरी है। मरीज की उम्र को देखते हुए उन्हें जीभ के बगैर नहीं छोड़ा जा सकता था, इसलिए हाथ की कलाई के पास से मांसपेशियों का फ्लैप (परत) लेकर उसे जीभ का आकार दिया गया। कलाई के पास से नसें भी ली गई थी। इसके बाद माइक्रोस्कोप की मदद से मुंह में जीभ रिकंस्ट्रक्ट की गई और नसों को जोड़ा गया।

उन्होंने कहा कि इस तरह की सर्जरी बहुत जटिल होती है, क्योंकि मुंह के अंदर टांके लगाना भी मुश्किल होता है। इसके अलावा कोरोना के इस दौर में संक्रमण का भी खतरा है। 16 दिन पहले आठ घंटे में मरीज की सर्जरी की गई थी। तीन-चार दिन में मरीज को छुट्टी दे दी जाएगी। इसके बाद रेडियोथेरेपी दी जाएगी और रिहैबिलिटेशन से करीब आठ माह में वह ठीक से बोलने लगेंगे व खानेपीने लगेंगे। उन्हें बोलने के लिए धीरे-धीरे अभ्यास कराया जा रहा है।

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