बढ़ती गर्मी बिजली वितरण कंपनियों के लिए बढ़ा रही परेशानी, जानिए इन दिनों कितनी हुई बिजली की मांग
उमस भरी गर्मी की वजह से एकबार फिर से बिजली की खपत बढ़ने लगी है। पिछले कुछ दिनों तक लोगों को गर्मी से राहत मिली थी जिससे बिजली की खपत में भी कमी आई थी लेकिन बुधवार दोपहर को अधिकतम मांग छह हजार मेगावाट के पार पहुंच गई।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। उमस भरी गर्मी की वजह से एकबार फिर से बिजली की खपत बढ़ने लगी है। पिछले कुछ दिनों तक लोगों को गर्मी से राहत मिली थी जिससे बिजली की खपत में भी कमी आई थी, लेकिन बुधवार दोपहर को अधिकतम मांग छह हजार मेगावाट के पार पहुंच गई। आने वाले दिनों में मांग में और बढ़ोतरी होने की संभावना है जिससे बिजली वितरण कंपनियों की परेशानी बढ़ेगी। राजधानी में निर्बाध बिजली आपूर्ति उनके लिए चुनौती होगी।
लाकडाउन के बाद आर्थिक गतिविधियां शुरू होने और गर्मी बढ़ने से जून के दूसरे सप्ताह में बिजली की खपत बढ़ने लगी थी। दस जून को बिजली की मांग 6499 मेगावाट पहुंच गई थी, जबकि पिछले वर्ष अधिकतम मांग मात्र 6314 मेगावाट थी। उसके कुछ दिनों बाद बाद मौसम में सुधार आने से बिजली की मांग भी कम होने लगी। अधिकतम मांग गिरकर पांच हजार मेगावाट के आसपास पहुंच गई थी। अब एक बार फिर से मांग बढ़ रही है। बुधवार अपराह्न साढ़े तीन बजे अधिकतम मांग 61 सौ मेगावाट दर्ज की गई। अधिकतम मांग के साथ न्यूनतम मांग में भी बढ़ोतरी हो रही है।
बिजली वितरण कंपनियों को अनुमान है कि इस बार मांग सात हजार मेगावाट तक जा सकती है। उनका दावा है कि मांग को ध्यान में रखकर बिजली की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। इसके बावजूद भी मांग बढ़ने पर पूरी दिल्ली में निर्बाध बिजली आपूर्ति बड़ी चुनौती होती है। दरअसल लोड बढ़ने पर बिजली के उपकरण में खराबी आने का खतरा रहता है। इस वजह से घनी आबादी वाले इलाके में ज्यादा परेशानी होती है। इस कारण बढ़ रही मांग से बिजली वितरण कंपनियों की चिंता बढ़ रही थी।
बिजली की अधिकतम मांगः-
मंगलवार रात 11 बजे-5975 मेगावाट
बुधवार अपराह्न 3.34 बजे-61 सौ मेगावाट
बिजली की न्यूनतम मांगः-
मंगलवार सुबह- 3883मेगावाट
बुधवार सुबह-3985 मेगावाट