महिलाओं के लिए पब्लिक टॉयलेट बनाएगी हरियाणा की यह आम लड़की

हरियाणा के रेवाड़ी जिले की रहने वाली प्रियंका यादव ने हरियाणा सरकार से सार्वजनिक स्थलों पर पब्लिक टॉयलेट का निर्माण करने की इजाजत मांगी है।

By JP YadavEdited By: Publish:Mon, 19 Nov 2018 08:16 AM (IST) Updated:Mon, 19 Nov 2018 10:50 AM (IST)
महिलाओं के लिए पब्लिक टॉयलेट बनाएगी हरियाणा की यह आम लड़की
महिलाओं के लिए पब्लिक टॉयलेट बनाएगी हरियाणा की यह आम लड़की

रेवाड़ी, जेएनएन। घर से कामकाज या फिर अन्य मकसद से घर से निकलने वाली महिलाओं-युवतियों को सार्वजनिक स्थलों पर पब्लिक टॉयलेट के अभाव में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। हरियाणा के रेवाड़ी की रहने वाली प्रियंका यादव ने अब इस कमी के बाबत बीड़ा उठाया है।

प्रियंका ने हरियाणा सरकार से सार्वजनिक स्थलों पर पब्लिक टॉयलेट का निर्माण करने की इजाजत मांगी है। अपने मकसद में एक कदम बढ़ते हुए प्रियंका ने संबंधित स्थानीय निकाय को पत्र लिखकर कहा है कि वे शहर में पब्लिक टॉयलेट बनाना चाहती हैं। उन्होंने एक स्लोगन भी दिया है- 'प्रकृति की पुकार, हमें चाहिए टॉयलेट (When nature call, we need a toilet)।'

प्रियंका यादव ने समाचार एजेंसी एएनआइ से कहा कि वे रेवाड़ी में ही स्थित पंजाबी मार्केट में अपने दोस्तों के साथ खरीददारी करने के लिए गई थीं, लेकिन पर कोई पब्लिक टॉयलेट नहीं था। जब इस बाबत प्रियंका ने दुकानदारों से पूछा तो वह यह जानकर हैरान रह गईं कि यहां पर महिलाओं के लिए कोई पब्लिक टॉयलेट ही नहीं है। 

प्रियंका ने पब्लिक टॉयलेट के लिए स्थानीय प्रशासन के साथ चंडीगढ़ में चीफ मेडिकल ऑफिसर (CMO) को भी एक खत लिख कहा है कि वे प्रशासन से सार्वजनिक स्थलों पर पब्लिक टॉयलेट बनाने के लिए कहें।

प्रियंका की मानें तो यहां पर बने पब्लिक टॉयलेट पर असामाजिक तत्वों का कब्जा है, वहीं सीएमओ ने कमिश्नर और नगर परिषद के एग्जक्यूटिव अधिकारी को इस बाबत एक रिपोर्ट देने के लिए कहा है। उधर, रेवाड़ी के एक अन्य शख्स का कहना है कि यहां पर नए पब्लिक टॉयलेट बनाए तो गए हैं, लेकिन यहां पर पुरुषों का कब्जा है। यहां पर पुरुष शराब पीते हैं और हुड़दंग करते हैं। ऐसे में यहां पर आठ पब्लिक टॉयलेट, जिन पर ताला लगा दिया गया है। 

इस पूरे मुद्दे पर रेवाड़ी के एग्जक्यूटिव ऑफिसर (नगर परिषद) मनोज यादव ने आश्वासन दिया है कि टेंडर पास हो गए हैं और जल्द ही इस पर काम शुरू कर दिया जाएगा। 

यहां पर बता दें कि 4 साल पहले 2 अक्टूबर को नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता मुहिम की शुरुआत की थी। इसके बाद प्रदेश को ओडीएफ फ्री करने के लिए 286 करोड़ रुपये का बजट शौचालय बनाने के लिए रखा गया था, पर इंतजाम नाकाफी हैं। हकीकत में प्रदेश के 14 प्रमुख बाजारों में केवल 8 महिला टॉयलेट मिले और वो भी बेहद गंदे हालात में हैं। 

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