ऑक्सीजन की किल्लत के बीच आयी राहत भरी खबर, धर्मशिला अस्पताल में लगा ऑक्सीजन संयंत्र

खेल गांव स्थित कोविड केयर सेंटर के बाद अब न्यू अशोक नगर स्थित धर्मशिला नारायणा सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल में भी ऑक्सीजन संयंत्र लग गया है। इसने काम भी शुरू कर दिया है। इस संयंत्र से प्रतिदिन करीब आधा टन ऑक्सीजन का उत्पादन होगा।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Wed, 05 May 2021 07:45 AM (IST) Updated:Wed, 05 May 2021 08:51 AM (IST)
ऑक्सीजन की किल्लत के बीच आयी राहत भरी खबर, धर्मशिला अस्पताल में लगा ऑक्सीजन संयंत्र
धर्मशिला अस्पताल में लगा आक्सीजन संयंत्र ।

नई दिल्ली [स्वदेश कुमार]। दिल्ली में ऑक्सीजन की किल्लत की बीच राहत की खबर है। खेल गांव स्थित कोविड केयर सेंटर के बाद अब न्यू अशोक नगर स्थित धर्मशिला नारायणा सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल में भी ऑक्सीजन संयंत्र लग गया है। इसने काम भी शुरू कर दिया है। इस संयंत्र से प्रतिदिन करीब आधा टन ऑक्सीजन का उत्पादन होगा। इससे प्रतिदिन 40 से 60 लीटर की क्षमता वाले 40 सिलेंडर में ऑक्सीजन भरी जा सकती है। इससे यहां भर्ती मरीजों को राहत मिलेगी।

प्रतिदिन करीब आधा टन ऑक्सीजन का होगा उत्पादन

इसके साथ ही ऑक्सीजन के संकट के समय आपात स्थिति को भी नियंत्रित करने में सहयोग मिलेगा। धर्मशिला अस्पताल को यह संयंत्र फ्रांस से भेजा गया है। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि राजधानी में ऑक्सीजन की किल्लत को देखते हुए फ्रांसीसी दूतावास ने फार्मेसी कंपनी बायोकान के चेयरमैन किरण मजूमदार शॉ से संपर्क किया और ऑक्सीजन संयंत्र देने की बात की। किरण मजूमदार ने नारायणा हेल्थ (धर्मशिला अस्पताल का संचालन करने वाला समूह) के चेयरमैन डाक्टर देवी शेट्टी से बातचीत की।

प्रतिदिन 40 से 60 लीटर वाले 48 सिलेंडर भरे जा सकेंगे

देवी शेट्टी ने इसे दिल्ली स्थित धर्मशिला अस्पताल में पहुंचाने की सलाह दी। इसके बाद विमान के जरिये इसे नई दिल्ली एयरपोर्ट पर भेजा गया। यहां से अस्पताल में पहुंच गया। अस्पताल की इंजीनियरिंग टीम तुरंत सक्रिय हो गई और संयंत्र को 12 घंटे के भीतर चालू कर दिया। नारायणा हेल्थ के क्षेत्रीय निदेशक कमांडर नवनीत बाली ने बताया कि इस संयंत्र की मदद से मदद से हर दिन और अधिक जानें बचाई जा सकेंगी। उन्होंने फ्रांस के दूतावास के प्रति आभार व्यक्त किया। धर्मशिला अस्पताल में 110 ऑक्सीजन बेड और 14 आइसीयू कोरोना मरीजों के लिए चालू हैं। अस्पताल को कई बार ऑक्सीजन की किल्लत का भी सामना करना पड़ा है।

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