पढ़िए कुमार विश्वास क्यों बोले किसी के शव पर पत्रकारिता (तथाकथित) पहली बार नहीं कूदी है
मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि प्रशासन की ओर से बेदखली की कार्रवाई पर कोई रोक नहीं लगेगी। पुलिस को अवैध अतिक्रमणकारियों से जमीन को खाली कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पुलिसकर्मी काम पूरा होने तक तैनात रहेंगे। अंधेरा होने पर अतिक्रमण हटाने का काम बंद हो जाएगा।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। तीन दिन पहले असम में अतिक्रमण हटाने को लेकर बड़ा बवाल हुआ। मालूम हो कि असम के दरांग जिले के ढोलपुर में गुरुवार को पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी जिसमें दो प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई है, इस हिंसक प्रदर्शन में 20 लोग घायल भी हुए थे। इन घायलों में ज्यादातर पुलिसकर्मी थे। इन घायलों में कुछ की हालत बेहद नाजुक बताई गई थी।
इसी घटनाक्रम का एक वीडियो भी इंटरनेट मीडिया पर काफी वायरल हुआ था, जिसमें एक ग्रामीण अपने हाथ में डंडा लिए पुलिस की ओर दौड़ता हुआ आता है, उसके बाद पुलिसकर्मियों की भीड़ उसे अपने डंडे से पीटती है, वो बेहोश हो जाता है, इस बीच पुलिस टीम के साथ मौजूद एक कैमरामैन उस बेहोश पड़े किसान पर कूदता है उसके बाद फिर लौटकर उसके सीने पर कई बार प्रहार करता है, फिर एक पुलिसकर्मी उस कैमरामैन को वहां से खींचता है और दूर ले जाता है।
किसी के शव पर, पत्रकारिता (तथाकथित) पहली बार नहीं कूदी है।कूदती ही रहती है, पर अपने-अपने आकाओं व दलों की रौशनी में चुँधियाई अपनी स्वार्थ-भरी आँखों से अक्सर हमें दिखती नहीं है।अपनी बंधक-नज़रों को तटस्थ-दृष्टि बनाइए, इससे पहले की यह सारा अंधा-मौसम धूल-धूल होकर बदरंग हो जाए 🇮🇳🙏
फिर कुछ देर के बाद वो कैमरामैन फिर से भागता हुआ उस बेहोश पड़े व्यक्ति के ऊपर कूदता है, उसके सीने पर पैर रखकर आगे निकल जाता है, फिर वापस आता है और बेहोश व्यक्ति को उसी दशा में मारता दिखाई देता है। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी फिर उस कैमरामैन को वहां से हटाता है। ये वीडियो इंटरनेट मीडिया पर काफी वायरल हुआ। इस घटनाक्रम को लेकर देशभर में तमाम तरह की आलोचनाएं हुई।
देश के जाने-माने व्यक्ति कुमार विश्वास ने भी इस घटना पर दुख व्यक्त किया, इंटरनेट पर उन्होंने लिखा कि किसी के शव पर, पत्रकारिता (तथाकथित) पहली बार नहीं कूदी है। कूदती ही रहती है, पर अपने-अपने आकाओं व दलों की रौशनी में चुँधियाई अपनी स्वार्थ-भरी आँखों से अक्सर हमें दिखती नहीं है।अपनी बंधक-नज़रों को तटस्थ-दृष्टि बनाइए, इससे पहले की यह सारा अंधा-मौसम धूल-धूल होकर बदरंग हो जाए
अपने इस ट्वीट के माध्यम से उन्होंने इस घटना पर दुख तो व्यक्त किया ही साथ ही आज के दौर में पत्रकारिता के स्तर पर भी एक तरह से कटाक्ष किया है। दरअसल आए दिन इस तरह की घटनाएं देखने और सुनने को मिलती रहती है जिसमें पत्रकारिता के स्तर पर सवाल उठ जाते हैं, इस घटना में पुलिस के साथ मौजूद कैमरामैन ने जो हरकत की उससे एक बार फिर इस पर सवाल उठ गए।
उधर इस मामले में मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि प्रशासन की ओर से बेदखली की कार्रवाई पर कोई रोक नहीं लगेगी। पुलिस को अवैध अतिक्रमणकारियों से जमीन को खाली कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पुलिसकर्मी काम पूरा होने तक तैनात रहेंगे। अंधेरा होने पर अतिक्रमण हटाने का काम बंद हो जाएगा।