जानिए घायल किसान की फोटो ट्वीट करते हुए राकेश टिकैत ने हरियाणा के सीएम की किससे कर दी तुलना
किसान नेता राकेश टिकैत ने हरियाणा में किसानों पर पुलिस की ओर से किए गए लाठीचार्ज पर गहरा आक्रोश जताया है। हरियाणा पुलिस की ओर से किसानों पर किए गए लाठीचार्ज से वो इतने खफा हुए कि उन्होंने मुख्यमंत्री खट्टर की तुलना अंग्रेज जनरल डायर से कर दी।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। किसान नेता राकेश टिकैत ने हरियाणा में किसानों पर पुलिस की ओर से किए गए लाठीचार्ज पर गहरा आक्रोश जताया है। हरियाणा पुलिस की ओर से किसानों पर किए गए लाठीचार्ज से वो इतने खफा हुए कि उन्होंने मुख्यमंत्री खट्टर की तुलना अंग्रेज जनरल डायर से कर दी। अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर का व्यवहार जनरल डायर जैसा है। जो अत्याचार हरियाणा पुलिस ने किसानों पर किया वह बर्दाश्त नही हो सकता, किसान सबका हिसाब करेगा। अपने इस ट्वीट के साथ उन्होंने लाठीचार्ज के दौरान घायल हुए एक किसान की फोटो भी ट्वीट की है।
मालूम हो कि 29 अगस्त को करनाल में सीएम के कार्यक्रम के दौरान किसानों ने काले झंडे लेकर विरोध जताया था। चंडीगढ़ दिल्ली-हाईवे पर किसानों ने जाम लगाया इस पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इस लाठीचार्ज में करीब एक दर्जन किसान घायल हो गए। इस घटना के बाद भाकियू प्रदेशाध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने किसानों के नाम वीडियो संदेश जारी किया। किसानों से सभी टोल पर जाम लगाने का आह्वान किया। उनके आह्वान के बाद पूरे हरियाणा में किसान सड़कों पर उतर आए। हिसार समेत सभी जिलों में किसानों ने हाईवे जाम कर दिए। सरकार के खिलाफ प्रदर्शनकारी किसानों ने जमकर नारेबाजी की।
हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर का व्यवहार जनरल डायर जैसा है। जो अत्याचार हरियाणा पुलिस ने किसानों पर किया वह बर्दाश्त नही हो सकता किसान सबका हिसाब करेगा#Khattar_NewGeneralDyer @PTI_News @ANI @aajtak @PTI_News @Kisanektamorcha @OfficialBKU pic.twitter.com/K66ePJmJCw
इस घटना के बाद प्रदेश में विपक्षी दलों के नेताओं ने भी अलग-अलग प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कांग्रेसी खेमे से राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सुरजेवाला, हरियाणा में कांग्रेस मामलों के प्रभारी विवेक बंसल, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष सैलजा ने इसे अमानवीय और अलोकतांत्रिक तक करार दिया वहीं इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने भी घटनाक्रम की कड़ी निंदा की।
अन्नदाता पर लाठियां बरसाना अलोकतांत्रिक
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने बयान में कहा कि अन्नदाता पर लाठियां बरसाना अलोकतांत्रिक और अमानवीय है। लोकतंत्र में सभी को विरोध दर्ज करने का संवैधानिक हक है। सरकार लाठी-गोली से नहीं, लोगों का दिल जीतकर चलती है। ऐसा लगता है कि सरकार पहले ही ऐसा करने का मन बना चुकी थी। पूरे घटनाक्रम की निष्पक्ष जांच और सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
उधर हरियाणा के झज्जर में ढांसा बार्डर पर धरना दे रहे किसानों ने भी जाम लगा दिया है। करनाल की घटना से पहले तक किसानों का धरना सड़क के केवल एक तरफ चल रहा था और दूसरी तरफ से वाहनों का आवागमन जारी था। लेकिन उस घटना के बाद किसानों ने जाम लगाते हुए कहा कि पुलिस ने किसानों के साथ गलत किया है। जाम लगाने के बाद वाहनों का आवागमन भी प्रभावित रहा। लोग दिल्ली जाने के लिए ढांसा बार्डर से ही गुजरने लगे थे लेकिन जाम के कारण यह आवागमन भी प्रभावित रहा।