पढ़िए क्राइम स्टोरी: 100 से अधिक मोबाइल, 1000 से ज्यादा सिम और यूट्यूब के वीडियो का कनेक्शन

आरोपित ने बताया कि वह बीते दो साल से वारदात को अंजाम दे रहा था। उसने अब तक बड़ी संख्या में लोगों के साथ ठगी की है और इनमें से अधिकांश ने शिकायत तक दर्ज नहीं कराई थी। आरोपित 100 से अधिक मोबाइल फोन इस्तेमाल कर रहे थे।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 08:10 AM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 08:10 AM (IST)
पढ़िए क्राइम स्टोरी: 100 से अधिक मोबाइल, 1000 से ज्यादा सिम और यूट्यूब के वीडियो का कनेक्शन
ठग ने दिल्ली के सुभाष प्लेस इलाके के एक व्यक्ति से 64 हजार रुपये ठगे।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजस्थान के भरतपुर जिले से सेक्सटार्शन गिरोह चला रहे आरोपित को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है। आरोपित 25 वर्षीय नासिर गत दो साल से देशभर में लोगों को शिकार बना रहा था। हाल ही में उसने दिल्ली के एक बुजुर्ग से चार लाख रुपये ठग लिए थे। पुलिस ने आरोपित की गिरफ्तारी से आधा दर्जन से अधिक मामलों को सुलझाने का दावा किया है। इस गिरोह में इसका भाई भी शामिल है पुलिस उसकी तलाश कर रही है। पुलिस ने इसके पास से एक बोलेरो कार, छह बैंक खातों के दस्तावेज और वारदात में इस्तेमाल किए गए मोबाइल फोन बरामद कर लिए हैं।

यूट्यूब अधिकारी बनकर कर रहा था ब्लैकमेल

संयुक्त आयुक्त (अपराध) आलोक कुमार के मुताबिक, दो अक्टूबर को सरकारी विभाग से सेवानिवृत्त एक बुजुर्ग ने क्राइम ब्रांच में शिकायत कर बताया कि अलग-अलग नंबरों से कोई यूट्यूब अधिकारी बनकर उन्हें ब्लैकमेल कर रहा है। फोन करने वाला उन्हें कहता कि उन्होंने एक युवती का शोषण किया है, जिसका वीडियो उसके पास है। वह वीडियो यूट्यूब पर भी है।

वीडियो हटाने के नाम पर मांगे चार लाख रुपये

वीडियो हटाने के लिए उनसे चार लाख रुपये मांगे, जो उन्होंने आरोपित के बैंक खाते में जमा करा दिए। आरोपितों ने रुपये न देने पर पीड़ित को दुष्कर्म के मामले में फंसाने और उनके वीडियो को अन्य इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर डालने की धमकी दी थी। इस शिकायत पर डीसीपी मनोज की देखरेख में एसीपी अरविंद कुमार और इंस्पेक्टर शिवदर्शन की टीम गठित की गई। पुलिस टीम को टेक्निकल सर्विलांस के जरिये जानकारी मिली कि आरोपित राजस्थान के भरतपुर से यह गिरोह चला रहे हैं। शनिवार को पुलिस टीम ने छापेमारी कर 25 वर्षीय नासिर को दबोच लिया।

दो साल से चला रहा था गिरोह

पूछताछ में आरोपित ने बताया कि वह बीते दो साल से वारदात को अंजाम दे रहा था। उसने अब तक बड़ी संख्या में लोगों के साथ ठगी की है और इनमें से अधिकांश ने शिकायत तक दर्ज नहीं कराई थी। आरोपित 100 से अधिक मोबाइल फोन इस्तेमाल कर रहे थे। आरोपित के पास एक हजार से अधिक सिम कार्ड होने का पता चला है। ये सभी सिम फर्जी दस्तावेजों पर लिए गए हैं। जो असम, बिहार, राजस्थान आदि राज्यों के होना पाए गए हैं।

यहां पर की ठगी

आरोपित ने हरियाणा के पंचकूला के एक व्यक्ति से 16 लाख रुपये ठगे थे। दिल्ली के सुभाष प्लेस इलाके के एक व्यक्ति से 64 हजार रुपये ठगे, वसंत कुंज नार्थ से 27 हजार रुपये, साकेत से 27 हजार रुपये और विकास नगर से 44 हजार रुपये ठगे थे।

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