पढ़िये- बिजनेस ब्लास्टर्स कार्यक्रम को लेकर मनीष सिसोदिया का पूरा इंटरव्यू
Business Blasters Program दिल्ली के लगभग 1000 सरकारी स्कूलों के लगभग तीन लाख छात्र इस कार्यक्रम से जुड़े। इन बच्चों ने अपने 51000 से ज्यादा बिजनेस आइडिया दिए हैं। हर बच्चे को 2000 रुपये की सीड मनी दी जा रही है।
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार का बिजनेस ब्लास्टर्स कार्यक्रम इन दिनों चर्चा में है। दो साल पहले एक स्कूल से शुरू किया गया यह कार्यक्रम आज दिल्ली के 1000 सरकारी स्कूलों के तीन लाख बच्चों तक पहुंच चुका है। इस कार्यक्रम का लक्ष्य बच्चों को नौकरी मांगने वाला नहीं, बल्कि नौकरी देने वाला बनाना है। कार्यक्रम को बढ़ावा देने के सरकार ने बिजनेस ब्लास्टर्स कार्यक्रम का हर रविवार को टीवी पर भी प्रसारण करने का फैसला लिया है। कार्यक्रम के विभिन्न पहलुओं को लेकर वीके शुक्ला ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से बात की। प्रस्तुत हैं बातचीत के मुख्य अंश।
बिजनेस ब्लास्टर्स कार्यक्रम के तहत अब तक छात्रों से कैसा रिस्पांस मिला है? कितने छात्रों को अब तक सीड मनी दी गई है?
- यह कार्यक्रम विश्व के सबसे बड़े स्टार्टअप कार्यक्रम में से एक है। हमारे स्कूलों के छात्रों से इसे काफी शानदार रिस्पांस मिल रहा है। कार्यक्रम लांच होने के दो महीने के भीतर ही दिल्ली के लगभग 1000 सरकारी स्कूलों के लगभग तीन लाख छात्र इस कार्यक्रम से जुड़े और उन्हें 60 करोड़ रुपये की सीड मनी दी गई है। इन बच्चों ने अपने 51,000 से ज्यादा बिजनेस आइडिया दिए हैं। हर बच्चे को 2,000 रुपये की सीड मनी दी जा रही है।
इस कार्यक्रम के साथ दिल्ली सरकार छात्रों की किस-किस तरह से मदद कर रही है?
- हमने बच्चों को सीड मनी देने के साथ-साथ उन्हें बिजनेस कोच भी उपलब्ध करवाए हैं। ये कोच स्कूल के आसपास के स्थानीय प्रतिष्ठित उद्यमी होते हैं जो बच्चों को समय-समय पर सलाह देते हैं। इसके साथ ही एक राज्य स्तर की टीम भी बनाई गई है जो पूरे कार्यक्रम पर निगरानी कर रही है और बच्चों की मदद कर रही है।
इस कार्यक्रम को कितने चरण में बांटा गया है और इसे किस तरह से स्कूलों में शुरू किया जा रहा है?
-इस कार्यक्रम को चार चरण में बांटा गया है। पहले चरण में 11वीं-12वीं के छात्र टीम बनाकर अपने बिजनेस आइडिया विकसित करते हैं। दूसरे चरण में बच्चे अपने इन आइडिया को कक्षा में प्रस्तुत करते हैं। तीसरे में बच्चों की प्रस्तुति के आधार पर दूसरे छात्र व शिक्षक फीडबैक देते हैं और इसके बाद उन्हें सीड मनी दी जाती है। चौथे चरण में सीड मनी के साथ बच्चे अपने एंटरप्राइज या स्टार्टअप शुरू करते हैं और उनके कोच इसमें उनकी मदद करते हैं।
इस कार्यक्रम का क्या उद्देश्य है?
-इसको शुरू करने का हमारा उद्देश्य दिल्ली के बच्चों में उद्यमिता की भावना विकसित करना है, ताकि वे नौकरी मांगनने वाले नहीं नौकरी देने वाले बनें। या नौकरी करें भी तो वो नौकरियों की लाइन में न लगे हों बल्कि उन्हें नौकरी देने के लिए कंपनियां लाइन में लगी हों। मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल का लक्ष्य है कि 2047 तक दिल्ली की प्रतिव्यक्ति आय सिंगापुर के बराबर हो। इस दिशा में बिजनेस ब्लास्टर्स कार्यक्रम नींव का पत्थर साबित होगा।
इस कार्यक्रम को लेकर छात्र टीम में काम करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं या फिर व्यक्तिगत?
- अभी तक के आंकड़ों को देखें तो 99 प्रतिशत छात्र टीम के साथ मिलकर अपना बिजनेस आइडिया विकसित करना ज्यादा पसंद कर रहे हैं। ये बेहद खुशी की बात है, क्योंकि इससे हमारे बच्चे टीम भावना के साथ काम करना और नेतृत्व करने के गुण सीख रहे हैं।
छात्रों के ज्यादातर आइडिया किस तरीके के हैं?
-छात्र जिन बिजनेस आइडिया पर काम कर रहे हैं वे काफी विस्तृत हैं। इसमें आनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से सर्विस प्रोवाइड करना, इलेक्ट्रानिक्स, आर्ट एंड क्राफ्ट, कस्टमाइज्ड व पर्सनलाइज्ड चीजें, सेफ्टी इक्विपमेंट्स क्लोथिंग, ब्यूटी उत्पाद, बेकरी उत्पाद, खाद्य उत्पाद सहित रोजमर्रा की जिंदगी से जुडीं अनके चीजें शामिल हैं।
’छात्रों के कुछ बिजनेस आइडिया के बारे में बताएं जिन्होंने आप को प्रभावित किया हो?
- देखिये हर बच्चे का बिजनेस आइडिया खुद में काफी अनूठा और अलग है। हमारे पास जो 51,000 बिजनेस आइडिया आए हैं वो सभी काफी शानदार हैं। हर टीम ने लीक से हटकर सोचा है। ऐसा ही एक आइडिया है जिसमें कुछ छात्र ऐसा आनलाइन प्लेटफार्म तैयार कर रहे हैं जहां से वो लोगों को सर्विस प्रोवाइड कर सकेंगे। कुछ छात्रों ने गैस लीकेज अलार्म तैयार किया है।
इस कार्यक्रम में सफलता पाने वाले छात्रों के 12वीं कक्षा पास करने के बाद सरकार आगे की पढ़ाई व प्रशिक्षण के लिए किस तरह से मदद करेगी?
- हम आने वाले समय में पूरी दिल्ली से बिजनेस ब्लास्टर्स एक्सपो का आयोजन करेंगे जहां टाप 100 प्रोजेक्ट की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। हम इसमें दिल्ली और देश के बड़े उद्यमियों को बुलाएंगे कि वे आकर इन प्रोजेक्ट्स का इवैल्यूएशन करें और इसमें इंवेस्ट करें। साथ ही टाप 10 प्रोजेक्ट्स में शामिल बच्चों को हम अपने चार विश्वविद्यालयों के बीबीए कार्यक्रम में बिना किसी प्रवेश परीक्षा के सीधा दाखिला देंगे।
बिजनेस ब्लास्टर्स कार्यक्रम को विस्तार देने के लिए सरकार की आगे क्या योजना है?
- दिल्ली सरकार के स्कूलों में लांच करने के बाद हम आने वाले सालों में सरकारी स्कूलों के अलावा इस कार्यक्रम को दिल्ली के प्राइवेट स्कूलों में भी लेकर जाएंगे। इसके साथ ही भविष्य में हम दिल्ली सरकार के कालेजों में भी इस कार्यक्रम को शुरू करने की योजना बना रहे हैं।
अगर एक स्कूली बच्चा आगे चलकर उसी स्टार्टअप को एक कंपनी के रूप में स्थापित करना चाहता है तो क्या सरकार इसके लिए भी बच्चे की मदद करेगी?
- मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार वर्तमान के साथ-साथ भविष्य की योजनायों पर भी काम कर रही है। बिजनेस ब्लास्टर्स कार्यक्रम की मदद से बच्चे भविष्य में अपनी कंपनी भी स्थापित करेंगे। इसी सब को देखते हुए दिल्ली सरकार बहुत जल्द अपनी स्टार्टअप नीति लेकर आ रही है। वह दिन दूर नहीं है जब हमारे स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे दिल्ली और पूरे देश में गूगल, माइक्रोसाफ्ट, फेसबुक आदि जैसी कंपनियां शुरू कर रहे होंगे।