पढ़िये- दिल्ली के अमीर शख्स के 'गरीब' बनने की कहानी, जांच में सामने आई चौंकाने वाली बात

स्कूल में दाखिला दिलाने के लिए अमीर पिता गरीब बन गया। फर्जी दस्तावेज के जरिये बेटे को दाखिला दिला दिया। स्कूल के संज्ञान में जब मामला आया तो एफआइआर दर्ज कराई गई। अब आरोपित ने दिल्ली हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत अर्जी दायर की जिसे सशर्त मंजूर किया गया है।

By Jp YadavEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 09:54 AM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 09:54 AM (IST)
पढ़िये- दिल्ली के अमीर शख्स के 'गरीब' बनने की कहानी, जांच में सामने आई चौंकाने वाली बात
पढ़िये- दिल्ली के अमीर शख्स के 'गरीब' बनने की कहानी, जांच में सामने आई चौंकाने वाली बात

नई दिल्ली [विनीत त्रिपाठी]। बेटे को आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) कोटे से दक्षिण दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित संस्कृति स्कूल में दाखिला दिलाने के लिए एक अमीर पिता गरीब बन गया। फर्जी दस्तावेज के दम पर बेटे को दाखिला दिला दिया। स्कूल के संज्ञान में जब मामला आया तो एफआइआर दर्ज कराई गई। अब आरोपित ने दिल्ली हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत अर्जी दायर की, जिसे सशर्त मंजूर किया गया है।

गौरव गोयल के खिलाफ चाणक्यपुरी थाने में केस दर्ज हुआ था। इसके बाद जब वह जांच के लिए पेश नहीं हुए तो मार्च 2020 में गैर जमानती वारंट भी जारी हुआ था। हाई कोर्ट ने गौरव गोयल को अग्रिम जमानत देते हुए कहा कि धोखाधड़ी का अपराध हुआ है या नहीं, यह ट्रायल का विषय है। आरोपित को एक लाख रुपये के निजी मुचलके पर जमानत दी गई है।

अपना और बेटे का नाम बदला

स्कूल प्रशासन ने आरोप लगाया था कि गौरव ने अपना नाम कपिल कुमार कर दिया था। आर्थिक रूप से कमजोर होने से जुड़े दस्तावेज भी फर्जी दिए गए थे। इनके आधार पर साल 2019 में बेटे का दाखिल नर्सरी में करवाया था। बच्चे का दाखिला मथुरा रोड स्थित एक अन्य नामी स्कूल में भी करवाया गया था।

बच्चे ने नाम पर जताई आपत्ति

अग्रिम जमानत अर्जी पर पुलिस की तरफ से दाखिल की गई स्थिति रिपोर्ट में कहा गया कि कई मौकों पर बच्चे ने बदले हुए नाम से बुलाए जाने पर आपत्ति जताई। इस मामले में दूसरा आरोपित नितिन शर्मा बच्चे को रोजाना स्कूल से लेने के लिए बाइक पर आता था और फिर कुछ दूरी पर एक गाड़ी में बैठा देता था। इसके बाद बच्चे को जवाहर नगर मलकागंज चौक स्थित उसके घर में छोड़ा जाता था। नितिन गौरव के साथ काम करता था और उसे डर था कि अगर वह स्कूल प्रशासन को यह जानकारी देगा तो उसकी नौकरी नहीं रहेगी। नितिन न्यायिक हिरासत में है।

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