यूनियन बैंक में फिल्मी अंदाज में हुई सेंधमारी का पर्दाफाश, 55 लाख रुपये लूटने वाला राज मिस्त्री गिरफ्तार
जिला पुलिस उपायुक्त आर सत्यसुंदरम ने बताया कि सोमवार सुबह पुलिस को यूनियन बैंक से 55 लाख रुपये चोरी की सूचना मिली थी। बैंक मैनेजर ने बताया था कि बैंक की दीवार को तोड़कर चोरी की गई है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। विश्वास नगर इलाके में यूनियन बैंक आफ इंडिया में फिल्मी अंदाज में हुई सेंधमारी की गुत्थी को पुलिस ने सात घंटे में सुलझा लिया है। बैंक के बराबर वाली निर्माणाधीन बिल्डिंग को बनाने वाले राज मिस्त्री ने अकेले बैंक की दीवार तोड़कर तिजोरी को कटर से काट कर 55 लाख रुपये निकाल लिए थे। पुलिस ने मुख्य आरोपित हरिराम और इसके साथी काली चरण को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से चोरी के 54 लाख 97 हजार रुपये, कटर मशीन, हथौड़ा, हेलमेट बरामद किया है।
जिला पुलिस उपायुक्त आर सत्यसुंदरम ने बताया कि सोमवार सुबह पुलिस को यूनियन बैंक से 55 लाख रुपये चोरी की सूचना मिली थी। बैंक मैनेजर ने बताया था कि बैंक की दीवार को तोड़कर चोरी की गई है। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त गुगुलोथ अमृथा व निशांत गुप्ता के नेतृत्व में एसीपी राजेश कुमार मीणा और स्पेशल स्टाफ के इंस्पेक्टर हीरा लाल व थानाध्यक्ष मंगेश गेडाम की टीम बनाई। टीम को पता चला रविवार को बैंक की छुट्टी वाले दिन वारदात को अंजाम दिया गया है। पुलिस पूछताछ में हरिराम ने बताया कि वह निर्माणाधीन बिल्डिंग में दो वर्ष पहले सुरक्षागार्ड था, उसी बिल्डिंग में उसने राज मिस्त्री का काम किया था।
वारदात से छह महीने पहले उसने बैंक के स्ट्रांग रूम में मरम्मत काम किया था। निर्माणाधीन बिल्डिंग बंद है, उसने उसका ताला तोड़ा और अपना ताला लगा दिया। लाकडाउन में उसकी बैंक में सेंध लगाने की योजना थी, लेकिन उसे कटर मशीन नहीं मिली। इसलिए उसने अनलाक होने पर वारदात को अंजाम दिया। बैंक से रकम चोरी करने के बाद उसने विश्वास नगर गली-7 में एक घर में रकम छूपा दी और काली चरण को अपने साथ मिला लिया। काली चरण को सट्टे की लत है, उसपर कई लाख का कर्ज है।
कम बाल और शर्ट से पकड़ा गया
हरिराम ने हेलमेट पहनकर और चेहरे को कपड़े से ढक्कर वारदात को अंजाम दिया, लेकिन वह एक सीसीटीवी कैमरे में बिना हेलमेट के कैद हो गया। पुलिस ने देखा आरोपित के सिर पर बाल कम है और उसने शर्ट पहनी हुई है। पुलिस ने बैंक के आसपास और निर्माणाधीन बिल्डिंग में काम करने वाले कम बाल वाले की तलाश की। पहचान होने पर आरोपित को पकड़ लिया।
वारदात के अगले दिन बैंक की दीवार सही करने पहुंचा राज मिस्त्री
सोमवार को बैंक के अधिकारियों ने बैंक की दीवार को सही करने के लिए फोन करके आरोपित हरिराम राम को बुलाया। वह उनके एक फोन पर बैंक में पहुंच गया, दीवार सही करने के साथ ही वह बैंक में पुलिस की गतिविधि पर नजर रखने लगा। उसने खुद को ऐसा दिखाया कि उसने कुछ किया ही नहीं है। काम पूरा होने पर उसने बैंक के अधिकारियों से अपनी मजदूरी ली और वहां से चला गया।