Chhath Puja 2021: दिल्ली में छठ पूजा के सार्वजनिक आयोजन को मिल सकती है मंजूरी
Chhath Puja 2021 दिल्ली में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति पर चर्चा करने के लिए डीडीएमए (दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) की 27 अक्तूबर को बैठक होगी इस दौरान सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा मनाने पर रोक लगाने के फैसले पर भी पुर्निवचार होगा।
नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। दिल्ली में कोविड-19 की मौजूदा स्थिति पर चर्चा करने के लिए डीडीएमए (दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) की 27 अक्तूबर को बैठक होगी, इस दौरान सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा मनाने पर रोक लगाने के फैसले पर भी पुर्निवचार होगा। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी कि डीडीएमए ने 30 सितंबर को जारी आदेश में महामारी के चलते दिल्ली में यमुना नदी के घाटों,जलाशय और मंदिरों सहित सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा मनाने पर रोक लगा दी थी। वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि डीडीएमए कोविड-19 की मौजूदा स्थिति पर चर्चा करने के लिए 27 अक्तूबर को बैठक करेगा और इस दौरान सार्वजनिक स्थानों पर छठ पूजा करने पर लगाई गई रोक के अपने फैसले पर भी पुर्निवचार करेगा।
बता दें कि छठ पूजा पर प्रतिबंध के मुद्दे को लेकर भाजपा और कांग्रेस के विरोध के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पिछले सप्ताह दिल्ली में कोविड-19 की स्थिति को नियंत्रण में बताते हुए उपराज्यपाल अनिल बैजल से डीडीएमए की यथाशीघ्र बैठक बुलाने और छठ पूजा की अनुमति देने की मांग की थी। इसके बाद बैजल ने मुख्य सचिव को इस मुद्दे पर चर्चा के लिए डीडीएमए की बैठक बुलाने का निर्देश दिया था।
उल्लेखनीय है कि उपराज्यपाल डीडीएमए के अध्यक्ष हैं, जबकि मुख्यमंत्री उपाध्यक्ष। इससे पहले दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया को पत्र लिखकर कोविड-19 को देखते हुए छठ पूजा पर स्थिति स्पष्ट करने और त्यौहार के लिए दिशा-निर्देश जारी करने की मांग की थी।
सार्वजनिक रूप से छठ मनाने पर लिया जा सकता है फैसला
दिल्ली में सार्वजनिक रूप से छठ मनाने को लेकर राजनीतिक गरमाई हुई है। कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों ही छठ मनाने के लिए छूट देने के मांग कर रहे हैं। छूट की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी के सांसद मनोज तिवारी दिल्ली सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी कर चुके हैं। वहीं, विपक्षी पार्टियों के दबाव के मद्देनजर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी छठ को लेकर लेकर एलजी को पहले ही पत्र लिख चुके हैं। इस पर डीडीएमए की बैठक बुलाने की मांग कर चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि डीडीएमए की बैठक में कुछ शर्तों के साथ छठ मनाने की छूट मिल जाए।