Delhi Coronavirus : जेल के अस्पतालों में कोरोनो से दो दो हाथ की तैयारी की जा रही मजबूत
तमाम उपायों के बीच जेल प्रशासन यह सुनिश्चित करने में जुटा है कि जेल के अस्पतालों में उपचार के दौरान संसाधनों की कमी नहीं हो। जरूरी दवाओं के साथ साथ चिकित्सा उपकरण की कमी नहीं हो इसके लिए समुचित इंतजाम किए जा रहे हैं।
नई दिल्ली [गौतम कुमार मिश्रा]। दिल्ली के जेलों में कोरोना वायरस लगातार कैदियों व जेलकर्मियों को निशाने पर लेता जा रहा है। इसकी भयावहता को देखते हुए जेल प्रशासन इससे निपटने के लिए पूरी तैयारी में जुट चुका है। तमाम उपायों के बीच जेल प्रशासन यह सुनिश्चित करने में जुटा है कि जेल के अस्पतालों में उपचार के दौरान संसाधनों की कमी नहीं हो। जरूरी दवाओं के साथ साथ चिकित्सा उपकरण की कमी नहीं हो, इसके लिए समुचित इंतजाम किए जा रहे हैं।
जेल के अस्पतालों में कुल 19 आक्सीजन कंसेंट्रेटर मशीन की व्यवस्था
फिलहाल जेल के अस्पतालों में कुल 19 आक्सीजन कंसेंट्रेटर मशीन की व्यवस्था है। इसमें से चार मशीन की खरीद जेल प्रशासन ने अपने स्तर से की है वहीं 15 मशीन दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से उपलब्ध कराए गए हैं।
जेल अस्पताल से बाहर भी चल रहा कैदियों का उपचार
कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे मामलों के बीच तिहाड़ या अन्य जेलों के अस्पताल की क्षमता अब जवाब देने लगी है। तिहाड़ व मंडोली जेल परिसर स्थित जेल अस्पतालों के बाहर भी संक्रमित कैदियों का उपचार चल रहा है। इसमें जीटीबी, एलएनजेपी, डीडीयू, एम्स व मैक्स अस्पताल सहित कई अन्य अस्पताल शामिल हैं।
सभी जेलों में आइसोलेशन वार्ड व सेल
तिहाड़, मंडोली व रोहिणी जेल परिसर स्थित सभी जेलों में आइसोलेशन केंद्र बनाए गए हैं। यहां संदिग्धों को फौरन दूसरे कैदियों से अलग करके भेज दिया जाता है ताकि संक्रमण फैलने की संभावना को तत्काल रोका जाए। मंडोली परिसर में 248 सेल को आरक्षित रखा गया है। सभी सेल में अलग अलग शौचालय की सुविधा है ताकि यहां कैदी पूरी तरह एक दूसरे से अलग रह सकें। यहां उन कैदियों को तत्काल रखा जा रहा है जिनमें लक्षण नजर आता है।