20 साल पुराने डीबीसी कर्मियों के लिए पद किए जाएंगे सृजित, SDMC ने दिल्ली सरकार के पाले में डाली गेंद

दक्षिण दिल्ली नगर निगम की स्थाई समिति ने पदों के सृजन करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। निगम में 1350 पदों के सृजन करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अब यह प्रस्ताव निगम सदन से पारित होने के बाद दिल्ली सरकार में जाएगा।

By JP YadavEdited By: Publish:Sat, 28 Nov 2020 11:45 AM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2020 11:45 AM (IST)
20 साल पुराने डीबीसी कर्मियों के लिए पद किए जाएंगे सृजित, SDMC ने दिल्ली सरकार के पाले में डाली गेंद
दक्षिण दिल्ली नगर निगम ने पदों के लिए मंजूरी दी।

नई दिल्ली [निहाल सिंह]। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में काम करने वाले डोमेस्टिक ब्रीडिंग चेकर्स(डीबीसी) की 20 साल पुरानी मांग पूरी होने जा रही है। इन पदों पर स्थाई नियुक्ति के लिए पदों का सृजन किया जाएगा। दक्षिण दिल्ली नगर निगम की स्थाई समिति ने पदों के सृजन करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। निगम में 1350 पदों के सृजन करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अब यह प्रस्ताव निगम सदन से पारित होने के बाद दिल्ली सरकार में जाएगा। वहीं, दिल्ली में सत्तासीन आम आदमी पार्टी सरकार की मंजूरी मिलने के बाद पदों का सृजन हो जाएगा। पदों के सृजन से डीबीसी कर्मियों की 20 वर्ष पुरानी मांग पूरी हो जाएगी।

गौरतलब है कि दिल्ली में वर्ष 1996 में बड़ी संख्या में डेंगू मलेरिया जैसी महामारी इसके कारण उस वर्ष करीब 10000 लोगों की मौत भी हो गई थी। इसकी वजह से दिल्ली नगर निगम ने घर-घर मच्छरों की जांच के लिए डीबीसी कर्मियों की नियुक्ति की थी। जब से अब चक यह कर्मचारी हर वर्ष घर घर से लेकर छत पर एक जांच करते हैं कि कहीं मच्छरों के पनपने का अनुकूल माहौल तो नहीं है। पहले यह लोग मच्छर पनपने पर चेतावनी देते हैं फिर बाद में चालान की कार्रवाई करते हैं।

डीबीसी कर्मियों की मेहनत है कि इस वर्ष डेंगू के 901 मामले ही आए हैं, जबकि मामले थे पिछले वर्ष के थे 1700 के करीब थे। वहीं, दो लोगों की जान भी चली गई थी। राहत की बात है कि इस वर्ष इन बीमारियों से किसी की जान नहीं गई है। विशेषज्ञ कोरोना संकट के बीच मच्छर जनित बीमारियों को जानलेवा बता रहे हैं इसलिए डीबीसी कर्मियों की वजह से मच्छरों के मरीजों की संख्या कम होना दिल्ली वालों के लिए राहत की बात है।

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