राजनीति से प्रेरित है वसीम रिजवी का हिंदू धर्म में आना: फिरोजबख्त अहमद
फिरोजबख्त अहमद ने वसीम रिजवी के हिंदू धर्म ग्रहण करने को राजनीति से प्रेरित बताया है। साथ ही ऐसे मतांतरण पर रोक लगाने के लिए कानून बनाने की मांग की है। देश का संविधान नागरिक को किसी भी धर्म को ग्रहण करने और उसे मानने की आजादी देता है।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय, हैदराबाद के चांसलर व दिल्ली निवासी फिरोजबख्त अहमद ने वसीम रिजवी के हिंदू धर्म ग्रहण करने को राजनीति से प्रेरित बताया है। साथ ही ऐसे मतांतरण पर रोक लगाने के लिए कानून बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि देश का संविधान नागरिक को किसी भी धर्म को ग्रहण करने और उसे मानने की आजादी देता है।
ऐसे में रिजवी का इस्लाम से हिंदू धर्म ग्रहण करने का उनका स्वागत है। हिंदू धर्म अच्छा धर्म है। पर उनका मतांतरण हिंदू धर्म से प्रेरित होकर नहीं, बल्कि सियासी कारणों से लगता है। इसके पीछे उन्होंने इनके विवादों का जिक्र करते हुए कहा कि इन्हें धमकियां भी मिली हुई है। ऐसा लगता है कि सियासी विचारधारा से प्रेरित होकर उन्होंने हिंदू धर्म ग्रहण किया है।