स्वास्थ्यकर्मियों की किल्लत पुलिस करेगी दूर, बेरोजगार युवाओं को दिया जा रहा प्रशिक्षण

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान स्वास्थ्यकर्मियों की मांग काफी अधिक हो गई थी। आलम यह था कि स्वास्थ्यकर्मी कम पड़ने लगे थे। खासकर होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को देखरेख के लिए कुशल कर्मियों की जरूरत थी।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 03:58 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 03:58 PM (IST)
स्वास्थ्यकर्मियों की किल्लत पुलिस करेगी दूर, बेरोजगार युवाओं को दिया जा रहा प्रशिक्षण
स्वास्थ्यकर्मियों की किल्लत पुलिस करेगी दूर: फोटो- जागरण

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। आपदा कह के कभी नहीं आती है, इसलिए बेहतर है कि हम उसके आने से पहले ही निपटने की पूरी तैयारी रखें। दिल्ली पुलिस इस दिशा में लगातार प्रयास में जुटी है। युवा योजना के तहत आजकल विभिन्न जिलों में पुलिस बेरोजगार युवाओं को स्वास्थ्य से जुड़े विभिन्न कार्याें का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन प्रशिक्षित युवाओं का इस्तेमाल आपदा के दौरान अस्पतालों, डिस्पेंसरियों या अन्य जगहों पर किया जा सकेगा। पश्चिमी जिला पुलिस की ओर से 60 युवाओं को इस कार्य के लिए प्रशिक्षित किया गया है। राजौरी गार्डन में आयोजित समारोह में पुलिस उपायुक्त उर्विजा गोयल व अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सुबोध गोस्वामी ने इन युवाओं को प्रशिक्षण पूरा होने पर प्रमाण पत्र प्रदान किए। आने वाले समय में ऐसे और युवाओं को स्वास्थ्यकर्मी के तौर पर प्रशिक्षित कराने की तैयारी चल रही है।

कोविड केयर सहायक पर जोर

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के दौरान स्वास्थ्यकर्मियों की मांग काफी अधिक हो गई थी। आलम यह था कि स्वास्थ्यकर्मी कम पड़ने लगे थे। खासकर होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों को देखरेख के लिए कुशल कर्मियों की जरूरत थी। इसे देखते हुए पुलिस ने 60 युवाओं को कोविड केयर सहायक का प्रशिक्षण कराया है। इन्हें प्रशिक्षण के दौरान उन तमाम बातों को बारीकी से सिखाया गया है, जिनकी जरूरत उन्हें मरीजों की देखभाल के दौरान पड़ सकती है। आक्सीजन सिलेंडर व कंसंट्रेटर का इस्तेमाल कैसे करना है, इन्हें यह भी समझाया गया है।

खास बात यह है कि प्रशिक्षण के दौरान सफदरजंग अस्पताल के नर्सिंग विशेषज्ञों ने भी इनकी कक्षाएं ली। इन्हें सर्जिकल उपकरणों के इस्तेमाल की भी जानकारी दी गई है। इन्हें प्रशिक्षण इस तरह दिया गया है कि ये चिकित्सक के सहायक के तौर पर कभी भी कार्य कर सकें। प्रशिक्षित युवाओं में 54 को नौकरी भी मिल चुकी है। इन्हें विभिन्न क्लीनिकों में चिकित्सकों के सहायक के तौर पर नौकरी मिली है।

युवा योजना के तहत दिल्ली पुलिस की ओर से रोजगार परक कोर्स कराए जाते रहते हैं। कीर्तिनगर व राजौरी गार्डन थाना में युवा केंद्र हैं, जहां युवाओं के लिए समय समय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाता रहता है। समय की मांग व परिस्थिति के अनुसार हमलोग उन कोर्स के प्रशिक्षण पर जोर देते हैं, जिनकी बाजार में अधिक मांग रहती है। 

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