Farmer Protest: KGP-KMP एक्सप्रेस-वे जाम करने वाले प्रदर्शनकारियों पर एक्शन, हजार से ज्यादा के खिलाफ FIR
FIR Against Kisan Andolan Protesters सोनीपत के कुंडली थाने में एक एएसआइ के बयान के आधार पर 1200 लोगों पर के खिलाफ भारतीय दंड संघिता की धारा 186 283 आइपीसी 51 डीएम एक्ट 8बी एनएच एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
नई दिल्ली/सोनीपत, जागरण संवाददाता। केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों को रद कराने की मांग को लेकर जारी आंदोलन के बीच केएमपी टोल प्लाजा पर 24 घंटे तक जाम लगाने के मामले में कुंडली थाने में एक हजार से ज्यादा आंदोलनकारियों पर केस दर्ज किया गया है। पुलिस 1,200 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जाम लगाने के मामले को लेकर रविवार को राई थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
कुंडली बार्डर पर धरना दे रहे लोगों ने शनिवार सुबह आठ बजे से रविवार सुबह आठ बजे तक केजीपी -केएमपी एक्सप्रेस-वे को जाम कर दिया था। जाम के चलते एक दिन पहले राई थाना पुलिस ने 150-200 अज्ञात लोगों पर जाम लगाने का मुकदमा दर्ज किया था। अब कुंडली थाने में एक एएसआइ के बयान के आधार पर 1200 लोगों पर के खिलाफ भारतीय दंड संघिता की धारा 186, 283 आइपीसी, 51 डीएम एक्ट, 8बी एनएच एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
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एक्सप्रेस-वे जाम से घंटों लोग रहे परेशान
बता दें कि कृषि कानूनाें के विरोध में संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर आंदोलनकारियों ने केएमपी टोल प्लाजा पर जाम लगा दिया था। एक्सप्रेस-वे जाम करने से दिल्ली की ओर आवागमन करने वाले वाहन चालकों को भारी परेशानी हुई थी। जाम का सबसे ज्यादा असर जीटी रोड पर रहा, जहां गन्नौर से लेकर मुरथल व बहालगढ़ से बीसवां मील तक वाहनों की कतार लग गई थी। गन्नौर से लेकर बहालगढ़ तक नाका लगाकर वाहनों के रूट डायवर्ट किए जा रहे थे, लेकिन भारी वाहनों के बहालगढ़ और बीसवां मील तक आ जाने इन्हें डायवर्ट करने में परेशानी हुई।
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जीटी रोड पर थाना गन्नौर व बड़ी पुलिस ने नाके लगा कर कुंडली और दिल्ली की ओर जाने वाले वाहनों को डावयर्ट कर वैकल्पिक रास्तों से भेजा। हलदाना बार्डर पर थाना गन्नौर पुलिस की टीम नाके पर तैनात रही। इसी तरह मुरथल के पास से भी वाहनों को डायवर्ट कर शहर से हाेते हुए खरखौदा होते हुए दिल्ली या बहादुरगढ़ की ओर डायवर्ट किया गया। रूट डायवर्ट होने के कारण केएमपी या केजीपी के रास्ते दिल्ली व गुरुग्राम की ओर जाने वाले वाहनों को 15 से 20 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ा था।