पीएम मोदी ने देश के इन तीन बड़े शिक्षण संस्थानों को दी बधाई, जानें क्या है इसके पीछे की वजह

दुनिया में भारतीय ज्ञान और विज्ञान का डंका फिर बजा है। क्वाक्वारेली साइमंड्स (क्यूएस) व‌र्ल्ड यूनिवर्सिटी रैकिंग-2022 में शोध के क्षेत्र में भारतीय विज्ञान संस्थान (आइआइएससी) बेंगलुरु को दुनियाभर में पहला स्थान हासिल हुआ है। इस क्षेत्र में आइआइटी गुवाहाटी ने भी 41 वें स्थान के साथ जगह बनाई है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Thu, 10 Jun 2021 01:11 PM (IST) Updated:Thu, 10 Jun 2021 01:11 PM (IST)
पीएम मोदी ने देश के इन तीन बड़े शिक्षण संस्थानों को दी बधाई, जानें क्या है इसके पीछे की वजह
इस क्षेत्र में आइआइटी गुवाहाटी ने भी 41 वें स्थान के साथ अपनी मजबूत जगह बनाई है।

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। दुनिया में भारतीय ज्ञान और विज्ञान का डंका फिर बजा है। क्वाक्वारेली साइमंड्स (क्यूएस) व‌र्ल्ड यूनिवर्सिटी रैकिंग-2022 में शोध के क्षेत्र में भारतीय विज्ञान संस्थान (आइआइएससी) बेंगलुरु को दुनियाभर में पहला स्थान हासिल हुआ है। इस क्षेत्र में आइआइटी गुवाहाटी ने भी 41 वें स्थान के साथ अपनी मजबूत जगह बनाई है। वहीं ओवरआल रैकिंग में दुनिया के शीर्ष के दो सौ संस्थानों में तीन भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों ने जगह बनाई है। इनमें आइआइटी बांबे 177वें, आइआइटी दिल्ली 185वें और आइआइएससी 186वें स्थान पर है।

दुनियाभर के उच्च शिक्षण संस्थानों के प्रदर्शन को सालाना आंकने वाली लंदन स्थित क्यूएस एजेंसी ने बुधवार को व‌र्ल्ड यूनिवर्सिटी रैकिंग-2022 जारी की। इसमें दुनिया के शीर्ष हजार में इस बार 22 भारतीय संस्थानों ने जगह बनाई है। 2021 में 21 संस्थान शीर्ष हजार में शामिल थे। हालांकि इस बार आइआइटी बांबे की रैकिंग में गिरावट आई है। पिछले साल इसकी रैकिंग 172 थी, जो इस बार 177 रही। वहीं आइआइटी दिल्ली ने प्रदर्शन सुधारा है और पिछले साल के 197वें स्थान के मुकाबले इस बार 185वें स्थान पर है। विश्वविद्यालयों की श्रेणी में दिल्ली विश्वविद्यालय और जेएनयू ने जगह बनाई है।

क्यूएस रैकिंग में जेएनयू पहली बार शामिल हुआ। दिल्ली विश्वविद्यालय का स्थान 501-510 में और जेएनयू का स्थान 561-570 में शामिल है। इस रैकिंग में शीर्ष के सौ में एक भी भारतीय संस्थान को जगह नहीं मिली है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने क्यूएस रैकिंग में भारतीय उच्च शिक्षण संस्थानों के बेहतर प्रदर्शन पर खुशी जताई और कहा कि भारत फिर से विश्वगुरु बनने की ओर बढ़ रहा है। शोध को बढ़ावा देने के लिए पिछले कुछ वर्षो से प्रधानमंत्री की अगुआई में जिस तरह से काम किया जा रहा है, उसका परिमाण है कि भारतीय संस्थान शोध के क्षेत्र में दुनिया के शीर्ष पर पहुंच गया है।

उन्होंने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के पूरी तरह से अमल के बाद इसमें और भी बड़ी छलांग दिखेगी। क्यूएस रैकिंग 2022 में इस साल भी मैसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ने दुनियाभर में पहला मुकाम हासिल किया है। दूसरे स्थान पर यूनिवर्सिटी आफ आक्सफोर्ड और तीसरे स्थान पर स्टैनफोर्ड व कैंब्रिज यूनिवर्सिटी ने संयुक्त रूप से जगह बनाई है।

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