Rohini Court Firing: दिल्ली में कोर्ट परिसरों की सुरक्षा को लेकर HC में याचिका दायर
दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दायर कर रोहिणी कोर्ट में गैंगस्टर जितेंद्र मान गोगी की गोलीबारी के मद्देनजर संबंधित अधिकारियों को दिल्ली के जिला न्यायालयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक उपाय करने का निर्देश देने की मांग की गई है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। रोहिणी कोर्ट में एक दिन पहले शुक्रवार को गैंगस्टर जितेंद्र मान उर्फ गोगी की फायरिंग कर हत्या करने के बाद सुरक्षा का मामला गरमा गया है। दिल्ली कोर्ट परिसर में सुरक्षा समीक्षा पर चर्चा करने के लिए बार काउंसिल आफ दिल्ली के अध्यक्ष राकेश शेरावत अन्य अधिकारियों के साथ दिल्ली सीपी राकेश अस्थाना से मिलने दिल्ली पुलिस मुख्यालय पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि हमने रोहिणी कोर्ट में सुरक्षा कमियों को लेकर कमिश्नर से बात की। वहां पाया गया कि सिक्योरिटी कैमरा और मेटल डिटेक्टर काम नहीं करते और स्टाफ सतर्क नहीं है। इन सब मुद्दों पर उन्होंने सकारात्मक जवाब दिया और एक हफ़्ते का समय मांगा है।
उधर, दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दायर कर रोहिणी कोर्ट में गैंगस्टर जितेंद्र मान गोगी की गोलीबारी के मद्देनजर संबंधित अधिकारियों को दिल्ली के जिला न्यायालयों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक उपाय करने का निर्देश देने की मांग की गई है। गौरतलब है कि शुक्रवार दोपहर में रोहिणी कोर्ट रूम 207 में जैसे ही ताबड़तोड़ गोलियां चलीं, पूरे कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मच गई। गोलियों की तड़तड़ाहट सुन वकीलों के साथ ही कोर्ट में मौजूद हर व्यक्ति दहल गया। ऐसा लग रहा था कि इस गोलीबारी में कोई नहीं बचने वाला। कोर्ट रूम में मौजूद वकील बाहर भागने की कोशिश करने लगे। कुछ वकील अहलमद (कोर्ट क्लर्क) रूम में घुस गए। माहौल इतना भयावह था कि अहलमद रूम में वकील एक दूसरे के ऊपर गिर गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक शुक्रवार को कोर्ट की कार्यवाही चल रही थी। वकीलों सहित अन्य लोग अपनी-अपनी कुर्सी पर बैठे थे। इन्हीं के बीच वकील के वेश में हमलावर भी आकर बैठ गए। किसी को नहीं लगा कि वह गैंगस्टर गोगी की हत्या करने आए हैं। गोगी को पेशी के लिए जैसे ही लाया गया। दोनों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इससे कोर्ट रूम में भगदड़ मच गई। अचानक हुई गोलीबारी से अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश भी हतप्रभ रह गए। इसके अलावा, स्टेनो, रीडर, वकील, इंटर्न सहित करीब 20 लोग अपनी जान बचाने के लिए जहां-तहां भागने लगे। कुछ लोग बाहर आ गए तो कुछ अहलमद रूम में छिप गए। इस दौरान एक के ऊपर एक वकील लेट गए। अहलमद ने भी खुद की जान बचाने के लिए ऊपर बैग रख लिया था।