पावन रमजान माह में पेयजल को तरस रहे मटिया महल के लोग
पानी न मिलने से लाकडाउन में भी जनता सड़कों पर उतरने को तैयार है। जल बोर्ड के सभी अधिकारियों से बात कर चुके हैं। मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। सभी लोग सरकार से जल्द से जल्द समस्या का समाधान करने की मांग कर रहे हैं।
नई दिल्ली [वी के शुक्ला]। कोरोना को लेकर बिगड़ रहीं व्यवस्थाओं के चलते दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग कर मटिया महल सीट से आम आदमी पार्टी के विधायक शोएब इकबाल कुछ दिन पहले चर्चा में आ गए थे। यह ऐसे विधायक हैं जिन्होंने दिल्ली में अपनी पार्टी की सरकार होने के बाद भी दिल्ली के हालात बिगड़ने पर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की थी। मगर इस मांग का एक सप्ताह भी नहीं बीता है कि अब उनका विधानसभा क्षेत्र चर्चा में है। क्योंकि यहां के लोग अब पानी की भयंकर समस्या से जूझ रहे हैं।
हम यह नहीं कह रहे कि विधायक इकबाल ने राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की और उसकी वजह से उनके इलाके में पानी की आपूर्ति रोकी जा रही है। मगर हालात ऐसे हैं कि इलाके के लोग किसी न किसी की शरारत मान रहे हैं। उनका कहना हैे कि पानी की किल्लत थोड़ी बहुत तो होती रहती है मगर इतनी भयंकर कभी नहीं हुई है। अभी तक इलाके में पावन माह रमजान में दो समय पानी की आपूर्ति की जा रही थी। मगर अब नहीं हो रही है।
पुरानी दिल्ली के दूसरी विधानसभा क्षेत्रों के इलाके हैं उनमें इतनी समस्या नही है। यहां की शंकर गली, सीताराम बाजार का इस विधानसभा के तहत आने वाला इलाका भी बुरी तरह प्रभावित है। इलाके के विधायक शोएब इकबाल कहते हैं कि उनके विधानसभा क्षेत्र में कभी इतनी परेशानी नहीं हुई है।
पानी न मिलने से लाकडाउन में भी जनता सड़कों पर उतरने को तैयार है। जल बोर्ड के सभी अधिकारियों से बात कर चुके हैं। मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। वह कहते हैं कि वह इलाके की जनता के साथ हैं। जनता परेशान हो इसे वह बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि संकट के समय ही जनता को बेहतर सुविधाएं देना ही बेहतर प्रशासन माना जाता है। मगर संकट के समय जनता पानी के लिए परेशान हो रही है।