Air Pollution 2021: दिल्ली में 48 घंटे के बाद मिल सकती है वायु प्रदूषण से राहत, पढ़िये- IMD का पूर्वानुमान

सफर इंडिया की मानें तो अभी अगले दो दिन और कमोबेश यही स्थिति बनी रहेगी। उधर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटे के बाद यानी सोमवार से हवा चलने के आसार हैं इससे निश्चित रूप से वायु प्रदूषण से हल्की राहत मिलेगी।

By Jp YadavEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 08:25 AM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 08:25 AM (IST)
Air Pollution 2021: दिल्ली में 48 घंटे के बाद मिल सकती है वायु प्रदूषण से राहत, पढ़िये- IMD का पूर्वानुमान
Air Pollution 2021: दिल्ली में 48 घंटे के बाद मिल सकती है वायु प्रदूषण से राहत, पढ़िये- IMD का पूर्वानुमान

नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। वायु प्रदूषण बढ़ने से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक बार फिर से लोगों का दम घुटने लगा है। एनसीआर के शहरों में भी कमोबेश यही स्थिति बन गई है। दिल्ली के तो ज्यादातर इलाके रेड जोन में चल रहे हैं। सफर इंडिया की मानें तो अभी अगले दो दिन और कमोबेश यही स्थिति बनी रहेगी। उधर, ताजा जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में शनिवार वायु गुणवत्ता सूचकांक 386 है और इसके रविवार भी इसी तरह रहने के आसार हैं। वहीं, राहत भरी खबर भी आ रही है। बताया जा रहा है कि सोमवार से ही हवा की रफ्तार कुछ बढ़ने और प्रदूषण छंटने के आसार हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक, अगले 24 घंटे के बाद यानी सोमवार से हवा चलने के आसार हैं, इससे निश्चित रूप से वायु प्रदूषण से हल्की राहत मिलेगी।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी एयर इंडेक्स के मुताबिक शुक्रवार को दिल्ली का एयर इंडेक्स 406 रहा। बृहस्पतिवार के 400 के मुकाबले यह छह अंक अधिक था। बृहस्पतिवार के मुकाबले एनसीआर के इन सभी शहरों के एयर इंडेक्स में भी कुछ अंकों का इजाफा देखने को मिला।

छह प्रतिशत रही पराली के धुएं की हिस्सेदारी

पंजाब और हरियाणा में पिछले 24 घंटों के दौरान पराली जलाने के 274 मामले रिकार्ड किए गए। दिल्ली के पीएम 2.5 में इस धुएं की हिस्सेदारी शुक्रवार को आठ प्रतिशत दर्ज की गई। दिल्ली में पीएम 2.5 का स्तर 232, जबकि पीएम 10 का स्तर 398 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर रहा।

स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है दिल्ली-एनसीआर की हवा

विशेषज्ञों की मानें तो दिल्ली-एनसीआर के वायु प्रदूषण में मामूली सुधार से कुछ नहीं होने वाला है। वायु गुणवत्ता सूचकांक लगातार 300 से 400 के बीच बना हुआ है, जो बुजुर्गों और बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक है। खासकर गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए तो यह जानलेवा तक साबित हो सकता है। विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि जरूरी नहीं हो तो दिल्ली-एनसीआर में लोग घरों से न निकलें। खासकर बच्चे और बुजुर्ग जरूर इस तरह की एहतियात बरतें।

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