जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण परेशान हैं बेगमपुर इलाके के लोग

Waterlogging in Delhi सदैव जन विकास जन कल्याण रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) बेगमपुर ने इसको लेकर सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग को पत्र लिखकर छठ घाट में हुए जलभराव की निकासी जल्दी से जल्दी करने का अनुरोध किया है ।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sun, 17 Oct 2021 05:26 PM (IST) Updated:Sun, 17 Oct 2021 06:11 PM (IST)
जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने के कारण परेशान हैं बेगमपुर इलाके के लोग
गंदा पानी छट घाट में ही जमा हो रहा है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। बेगमपुर इलाके में जल निकासी की व्यवस्था न होने की वजह से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। इस इलाके की कैलाश विहार पंसाली कालोनी स्थित छठ घाट में करीब ढाई महीने से नालियों का गंदा पानी भरा हुआ है। इससे लोगों की भावनाएं आहत हो रही हैं। सदैव जन विकास जन कल्याण रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (आरडब्ल्यूए) बेगमपुर ने इसको लेकर सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग को पत्र लिखकर छठ घाट में हुए जलभराव की निकासी जल्दी से जल्दी करने का अनुरोध किया है।

आरडब्ल्यूए अध्यक्ष शिखा और अजुर मिश्र ने कहा कि छठ घाट पर बारिश का पानी अब तक भरा हुआ है। इलाके में निकासी की व्यवस्था न होने की वजह से नालियों का गंदा पानी छट घाट में ही जमा हो रहा है। इस वजह से लोगों में रोष है। लोगों ने इसको लेकर संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखा है।

आरडब्ल्यूए के सलाहकार सचिन ने बताया कि दस नवंबर को छठ महापर्व है, जिसे बड़े हर्षोल्लास से मनाया जाता हैं, लेकिन कैलाश विहार भंसाली में स्थित छठ घाट में पिछले कई महीने से पानी भरा है। इससे श्रद्धालुओं की भावना आहत हो रही हैं। नालियों का गंदा पानी लगातार घाट में भर रहा है। इसका समाधान अभी तक नहीं हुआ है।

बता दें कि दिल्ली में छठ को लेकर हर साल तैयारियां जोरों पर रहती हैं, हालांकि बीते दो साल से कोरोना ने अपने प्रकोप से हर पूजा पर्व पर ग्रहण लगा रखा है। पिछले साल की बात की जाए तो सरकार ने काेरोना संक्रमण के कारण प्रतिबंध लगा रखा था जिसके कारण घाटों पर छठ पर्व का आयोजन नहीं हो सका था। इस बार जब कोरोना का संक्रमण कम है स्थितियां सामान्य हैं तो हर किसी के मन में इस पर्व को लेकर यह संशय है कि क्या इस बार सरकार इसे घाटों पर मनाने की इजाजत देगी या नहीं? इधर सरकार ने अभी तक इसको लेकर किसी प्रकार की छूट नहीं दी है। हालांकि लोग घाटों पर मनाने की तैयारी  में लगे हुए हैं।

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