Kisan Andolan: जल्द जाम नहीं खुलने पर लोगों को हो सकती भारी परेशानी, निरंकारी मैदान में ठहरने को तैयार नहीं किसान

कई दिनों से पुलिस उत्तर प्रदेश हरियाणा और राजस्थान की सीमा पर मुस्तैद रहकर कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने में जुटी हुई है। दिल्ली में रोज यूपी और हरियाणा से ऑक्सीजन फल व सब्जियों की आपूर्ति होती है जो कई दिनों से जाम लगाने के कारण बाधित है।

By Vinay TiwariEdited By: Publish:Sun, 29 Nov 2020 07:11 PM (IST) Updated:Sun, 29 Nov 2020 07:11 PM (IST)
Kisan Andolan: जल्द जाम नहीं खुलने पर लोगों को हो सकती भारी परेशानी, निरंकारी मैदान में ठहरने को तैयार नहीं किसान
दिल्ली की सीमाओं पर किसानों द्वारा जाम लगाने से पुलिस की परेशानी बढ़ती जा रही है।

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली की सीमाओं पर किसानों द्वारा जाम लगाने से पुलिस की परेशानी बढ़ती जा रही है। पिछले कई दिनों से पुलिस उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान की सीमा पर मुस्तैद रहकर कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने में जुटी हुई है। दिल्ली में रोज उत्तर प्रदेश और हरियाणा से ऑक्सीजन, फल व सब्जिया आदि की आपूर्ति होती है जो सीमाओं पर कई दिनों से जाम लगाने के कारण बाधित है। 

फिलहाल बदरपुर और सहारनपुर के रास्ते इन जरूरी चीजों की आपूर्ति कुछ हद तक हो रही है लेकिन अगर जल्द जाम नहीं खुला तो भविष्य में दिल्ली के लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। जाम से वहां रहने वाले स्थानीय लोगों का जीना मुहाल हो रहा है । स्थानीय लोगों का आक्रोश बढ़ते जा रहा है। यह कहना है किसान आंदोलन पर नजर रखने वाले दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी का। पुलिस अधिकारी का कहना है कि गृह मंत्री के आश्वासन के बाद किसानों को बार-बार पुलिस अधिकारी समझा रहे हैं। उनसे अपील की जा रही है कि वे बुराड़ी के निरंकारी मैदान में आकर ठहरे। लेकिन किसान यहां आने को तैयार नहीं है।

रविवार को काफी समझाने के बाद करीब 600 वाहनों से कुछ किसान बुराड़ी आए जरूर लेकिन यहां के हालत को देखकर अधिकतर किसान शाम को वापस लौट भी गए। किसानों से बातचीत करने के लिए पुलिस आयुक्त ने विशेष आयुक्त प्रवीर रंजन के नेतृत्व में पुलिस अधिकारियों की एक टीम गठित की है जिसमें पंजाब के रहने वाले कई आईपीएस अधिकारी शामिल हैं। उन्होंने रविवार को किसानों के कई बार बात कर समझाने की कोशिश कि किंतु वे समझने को तैयार नहीं हुए।

पुलिस इसलिए परेशान है क्योंकि सिंघु बॉर्डर पर करीब 20 हजार किसानों को जमावड़ा है। जिससे करीब 15 किलो मीटर लंबा जाम लग चुका है। यही हाल टिकरी बॉर्डर की है। यहां करीब 30 हजार किसानों को जमावड़ा है। करीब 20 किलो मीटर लंबा जाम लग चुका है। इन दोनों मार्गो से दैनिक जरूरत का सामान नहीं आ जा पा रहा है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि शनिवार और रविवार को अधिकतर सरकारी विभागों में छुट्टी होने के कारण आम लोगो का जन जीवन पर जाम का कोई खास असर नहीं पड़ा। सोमवार को सभी सरकारी और प्राइवेट संस्थान खुल जाने के कारण लोगो को परेशानी हो सकती है।

पुलिस का कहना है सोमवार को गुरू पर्व होने के कारण कई किसान वापस अपने अपने घर लौट गए हैं। दो दिन बाद ही किसानों के वापस लौटने की संभावना है। इसलिए फिलहाल दो दिनों तक कोई नतीजा निकल ने की संभावना कम है। पुलिस का कहना है कि सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर किसानों के 32 जत्थे हैं। कुछ और जत्थे के अभी पंजाब से आने कि संभावना है। इनका कोई एक नेता न होने के कारण स्पष्ट बातचीत नहीं हो पा रही है। जल्द कोई नतीजा नहीं निकल रहा है। अभी ट्रेन से जरूरत के सामान दिल्ली आ रहा है । इसलिए ज्यादा परेशानी नहीं हो रही है। पुलिस किसानों को समझाने की लगातार कोशिश कर रही है।  

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