दिल्ली के इस इलाके में सड़क पर चलते हुए दिखेंगी महापुरुषों को तस्वीर, उत्तरी नगर निगम की पहल से लोग खुश
राजा राममोहन राय स्वामी विवेकानंद डा. अब्दुल कलाम आदि के चित्रों को देख लोग इन महापुरुषों को श्रद्धा से याद करते हैं। इसके अलावा लता मंगेशकर कल्पना चावला पीटी ऊषा आदि के चित्र महिलाओं में आत्मविश्वास पैदा कर उन्हें सशक्त बनाने का संदेश दे रहे हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राह चलते लोगों को महापुरुषों से रूबरू करवाने के लिए उत्तरी नगर निगम ने पहल की है। निगम ने अपने स्टोर, अपने स्कूलों के अलावा मेट्रो पिलर व सड़क किनारे दीवारों पर महापुरुषों, महिला सशक्तीकरण, खिलाड़ियों के चित्र बनाए हैं। इसका उद्देश्य वर्तमान पीढ़ी को भारत के गौरवशाली इतिहास से रूबरू कराना है।
इन महान लोगों की चित्र को देखकर लोग हो रहे खुश
यहां पर बने राजा राममोहन राय, स्वामी विवेकानंद, डा. अब्दुल कलाम आदि के चित्रों को देख लोग इन महापुरुषों को श्रद्धा से याद करते हैं। इसके अलावा लता मंगेशकर, कल्पना चावला, पीटी ऊषा आदि के चित्र महिलाओं में आत्मविश्वास पैदा कर उन्हें सशक्त बनाने का संदेश दे रहे हैं। वहीं, ओलिंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा, रवि दहिया, बजरंग पुनिया, मीराबाई चानू के चित्र युवाओं को खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ने को प्रेरित कर रहे हैं।
पहले लोग गुटखा खा कर थूक देते थे अब चित्र देखकर सुधर रहे हालात
केशवपुरम, पीतमपुरा, रोहिणी, मंगोलपुरी आदि इलाकों में जिन जगहों पर पहले लोग पान गुटखा खाकर थूक देते थे, लघुशंका कर देते थे या कूड़ा फेंक देते थे। लेकिन, चित्र लगाने के चलते अब लोग अपनी आदत सुधारने को मजबूर हो गए हैं। इन चित्रों के कारण आसपास अब साफ सफाई भी रहती है।
गौरव गाथा का है अभाव
इन चित्रों पर महापुरुषों का नाम तो लिखा है, लेकिन उनकी गौरव गाथा के बारे में जानकारी नहीं दी गई है। लोगों का कहना है कि अगर इन चित्रों के साथ महापुरुषों के बारे में जानकारी दी जाती तो युवा पीढ़ी को ज्यादा फायदा मिलता। बता दें कि कोरोना के कारण लोग लंबे समय तक घरों में बंद रहे हैं अब उन्हें बाहर निकलने के लिए मिल रहा है तो लोग इन चित्रों को देखकर खुश हो रहे हैं। वहीं निगम को इस काम के लिए तारीफ भी मिल रही है।