लोकनायक अस्पताल में फंगस का इंजेक्शन देने से फिर बिगड़ी मरीजों की तबीयत
अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदारों के मुताबिक शुक्रवार दोपहर में दोनों वार्ड (ए व बी) में भर्ती फंगस के कुछ मरीजों को दोपहर में ग्लूकोज के साथ लाइपोजोमल इंजेक्शन चढ़ाना शुरू किया गया। इंजेक्शन के चढ़ते ही मरीजों की तबीयत बिगड़ने लगी।
नई दिल्ली [राहुल चौहान]। दिल्ली सरकार के सबसे बड़े अस्पताल लोकनायक में एक बार फिर फंगस के मरीजों को लाइपोजोमल एंफोटेरिसिन इंजेक्शन देने से दुष्प्रभाव का मामला सामने आया है। अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदारों के मुताबिक शुक्रवार दोपहर में दोनों वार्ड (ए व बी) में भर्ती फंगस के कुछ मरीजों को दोपहर में ग्लूकोज के साथ लाइपोजोमल इंजेक्शन चढ़ाना शुरू किया गया। इंजेक्शन के चढ़ते ही मरीजों की तबीयत बिगड़ने लगी।
तबीयत खराब होने के बाद बंद किया इंजेक्शन
इसके बाद डाॅक्टरों ने तुरंत इंजेक्शन चढ़ाना बंद कर दिया। इस दौरान मरीजों को हल्का बुखार, ठंड, उल्टी और दस्त की शिकायत हुई। तीमारदारों के मुताबिक इंजेक्शन चढ़ने से 10 से ज्यादा मरीजों की तबीयत बिगड़ी। हालांकि, शाम तक उनकी तबीयत में थोड़ा सुधार था।
मरीजों को दोनों तरह के इंजेक्शन दिए जाते हैं
अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डाक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि सरकार की ओर से मरीजों की संख्या के आधार पर दोनों तरह के इंजेक्शन लाइपोजोमल एंफोटेरिसिन और लाइपोजोमल एंफोटेरिसिन बी की आपूर्ति की जा रही है। इसलिए मरीजों को दोनों तरह के इंजेक्शन दिए जाते हैं।
हल्का दुष्प्रभाव होना आम बात
एंफोटेरिसिन इंजेक्शन का हल्का दुष्प्रभाव होना आम बात है। लेकिन, इससे गंभीर दुष्प्रभाव का खतरा नहीं है। डाॅ सुरेश ने बताया कि मेरी जानकारी में एक मरीज को इंजेक्शन चढ़ाने के दौरान हल्की ठंड लगने की शिकायत होने पर तुरंत इंजेक्शन को रोक दिया गया। उल्लेखनीय है कि पिछले महीने भी लोकनायक अस्पताल में पांच से ज्यादा मरीजों की एंफोटेरिसिन इंजेक्शन देने से तबीयत बिगड़ी थी।