चोरी के वाहन को ठिकाने लगाने के लिए कर देते थे सारे पूर्जे अलग, पढ़िए सगे भाईयों के गैंग की कहानी

दो सगे भाइयों समेत सात आरोपित गिरफ्तार वाहन चोरी के बाद सभी हिस्से कर दिए जाते थे अलग आरोपितों का दावा 50 वाहन की चोरी कर चुके 22 मामलों के सुलझने का पुलिस कर रही दावा। पुलिस ने इनसे पूछताछ कर रही है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Wed, 03 Mar 2021 06:38 PM (IST) Updated:Thu, 04 Mar 2021 09:27 AM (IST)
चोरी के वाहन को ठिकाने लगाने के लिए कर देते थे सारे पूर्जे अलग, पढ़िए सगे भाईयों के गैंग की कहानी
चोरी के बाद वाहनों के हिस्से अलग अलग कर दिए जाते थे ताकि उसे ठिकाने लगाने में आसानी हो।

गौतम कुमार मिश्रा, पश्चिमी दिल्ली। वाहन चोरी की कई वारदातों को अंजाम देने वाले दो सगे भाइयों गुरजीत व अवतार को तिलक नगर थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है। चोरी के बाद वाहनों के हिस्से अलग अलग कर दिए जाते थे ताकि उसे ठिकाने लगाने में आसानी हो। इस कार्य के लिए विशेषज्ञ की मदद ली जाती थी। इस मामले में पुलिस ने चुराए गए वाहनों की खरीददारी करने वाले चार आरोपितों को भी पकड़ा है।

पुलिस ने उस विशेषज्ञ को दबोच लिया जो वाहनों के पूर्जे अलग करता था। इन गिरफ्तारियों के आधार पर पुलिस अभी तक 22 मामलों के सुलझने का दावा कर रही है। उधर आरोपितों ने पुलिस के समक्ष दावा किया है वे अभी तक 50 वाहनों की चोरी कर चुके हैं। मामले की तहकीकात जारी है। दोनों भाईयों के अलावा गिरफ्तार आरोपितों में राजकुमार, आमिर, संदीप, अंकुश व गुलाब शामिल है।

आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस ने बड़ी मात्रा में कार के अलग अलग हिस्से बरामद किए हैं। 22 फरवरी को तिलक नगर थाना में एक शिकायतकर्ता ने सेंट्रो कार चोरी होने की बात बताई। इंस्पेक्टर सुनील कुमार व गुरसेवक सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने छानबीन शुरू की। पुलिस ने प्राप्त जानकारी के आधार पर पहले अवतार सिंह को दबोचा। इससे मिली जानकारी के आधार पर इसके भाई गुरजीत सिंह को पुलिस ने दबोचा। 

नरेला इलाके में एक फार्महाउस में इन्होंने किराए पर एक जगह ली थी। तिलक नगर, राजौरी गार्डन, जनकपुरी, विकासपुरी, ख्याला, रानीबाग, महिंद्रा पार्क व आसपास के इलाकों से चुराई गई गाड़ियों को लेकर आरोपित यहां पहुंचते। यहां गुलाब नामक मैकेनिक गाड़ियों के सभी हिस्से अलग अलग कर देता था। पता चला कि गुलाब मुंबई नगर निगम में कार्य कर चुका है।

लाकडाउन में वह दिल्ली लौटा और यहां दोनों भाइयों के संपर्क में आने के बाद उसने इनके लिए कार्य करना शुरू कर दिया। पूर्जे अलग करने के बाद दिल्ली, पंजाब व हरियाणा के अलग अलग इलाकों में इच्छुक लोग इन पूर्जों को खरीदते थे। इसके बाद पुलिस धीरे धीरे करके सभी आरोपितों तक पहुंचती गई। आरोपितों की निशानदेही पर पुलिस ने कार की बाडी, बैटरी, बंपर, टायर, बाेनट, हेड लाइट, सीएनजी सिलेंडर व अन्य हिस्से बरामद किए हैं। 

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