DSGMC Nominated Member: परमजीत सिंह सरना और विक्रम सिंह रोहिणी होंगे डीएसजीएमसी के नामित सदस्य
DSGMC Nominated Member शिरोमणि अकाली दल दिल्ली (सरना) के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना और शिरोमणि अकाली दल (शिअद बादल) के विक्रम सिंह रोहिणी दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) में नामित सदस्य होंगे। सरना पहली वरीयता के मतों के आधार पर जीत हासिल की है।
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। शिरोमणि अकाली दल दिल्ली (सरना) के अध्यक्ष परमजीत सिंह सरना और शिरोमणि अकाली दल (शिअद बादल) के विक्रम सिंह रोहिणी दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) में नामित सदस्य होंगे। सरना पहली वरीयता के मतों के आधार पर जीत हासिल की है। वहीं, रोहिणी को दूसरी वरीयता के मतों के आधार पर जीत मिली।
डीएसजीएमसी में संगत द्वारा चुने गए 46 सदस्य वोट देकर दो नामित सदस्यों का चुनाव करते हैं। इसके लिए नौ सितंबर को मतदान हुआ था। शिअद बादल के एक निर्वाचित सदस्य भूपिंदर सिंह भुल्लर की सदस्यता का मामला अदालत में विचाराधीन है। दिल्ली हाई कोर्ट में उनका मत बंद लिफाफे में रखा गया था। बाद में भुल्लर ने अपना मत वापस ले लिया। इस तरह से 45 सदस्य मत में भाग लिए थे। नामित सदस्य बनने के लिए 16 सदस्यों का समर्थन जरूरी है। सरना को 18 मत मिले थे। वहीं. रोहिणी को 15 और शिअद बादल के एक और सदस्य को 12 मत मिले थे।
भुल्लर के मत वापस लेने पर हाई कोर्ट ने गुरुद्वारा चुनाव निदेशालय को जल्द नामित सदस्यों का चुनाव परिणाम घोषित करने को कहा था। सरना के अतिरिक्त अन्य दोनों उम्मीदवारों को जीत के लिए निर्धारित मत से कम मिले थे। इस वजह से सोमवार को दूसरी वरीयता के मतों की गिनती की गई। रोहिणी को जीत के लिए एक मत की जरूरत थी और उन्होंने दूसरी वरीयता के मतों से इसे हासिल कर लिया। मंगलवार को इसकी आधिकारिक घोषणा होने की उम्मीद है।
डीएसजीएमसी में होते हैं 55 सदस्य
डीएसजीएमसी के कुल 55 सदस्य होते हैं, जिनमें से 46 संगत द्वारा चुने जाते हैं। वहीं, दो सदस्यों का चुनाव कमेटी के चुने हुए 46 सदस्य मतदान के जरिये करते हैं। इनके अतिरिक्त श्री अकाल तख्त साहिब,, तख्त श्री पटना साहिब,, तख्त श्री केशगढ़ साहिब तथा तख्त श्री हुजूर साहिब के जत्थेदार इसके सदस्य होते हैं। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) का एक प्रतिनिधि भी डीएसजीएमसी का सदस्य होता है। दिल्ली की सिंह सभाओं के अध्यक्षों में से से दो को कमेटी का सदस्य बनाया जाता है। इनका चयन लाटरी से होता है।