Delhi-NCR Oxygen Crisis: सर गंगा राम अस्पताल में पहुंची ऑक्सीजन, फरीदाबाद के 2 अस्पतालों के 200 से अधिक मरीज संकट में

Delhi Oxygen Crisis फिलहाल सर गंगाराम अस्पताल में 60 मरीज गंभीर स्थिति में भर्ती हैं। वहीं पिछले 24 घंटे के दौरान इस अस्पताल में कोरोना की चपेट में आने के बाद गंभीर रूप से बीमार 25 लोगों की मौत हो चुकी है।

By Jp YadavEdited By: Publish:Fri, 23 Apr 2021 08:45 AM (IST) Updated:Fri, 23 Apr 2021 10:07 AM (IST)
Delhi-NCR Oxygen Crisis: सर गंगा राम अस्पताल में पहुंची ऑक्सीजन, फरीदाबाद के 2 अस्पतालों के 200 से अधिक मरीज संकट में
सर गंगा राम अस्पताल में 2 घंटे के लिए ऑक्सीजन शेष है, वेंटीलेटर ठीक से काम नहीं कर रहे हैं।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली के नामी सर गंगा राम अस्पताल में ऑक्सीजन पहुंच गई है। इससे पहले अस्पताल प्रबंधन ने जानकारी दी थी कि उनके पास सिर्फ कुछ घंटे के लिए ही ऑक्सीजन शेष है। कहा गया था कि वेंटीलेटर भी ठीक से काम नहीं कर रहे हैं। ऐसे में जल्द ही ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं की गई तो बड़ा हादसा हो सकता है और मरीजों की जान पर बन आएगी। सर गंगाराम अस्पताल के के स्वास्थ्य निदेशक (Director-Medical, Sir Ganga Ram Hospital, Delhi) ने जानकारी दी थी कि फिलहाल 60 मरीज गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती हैं। वहीं पिछले 24 घंटे के दौरान इस अस्पताल में गंभीर रूप से बीमार 25 लोगों की मौत हो चुकी है। उधर, शुक्रवार सुबह ऑक्सीजन पहुंचने पर अस्पताल प्रबंधन के साथ मरीजों के परिजनों ने भी राहत की सांस ली है।

वहीं, साकेत स्थित मैक्स अस्पताल और मैक्स सम्राट अस्पताल में भी ऑक्सीजन पहुंचाई गई है। यह जानकारी डीसीपी साउथ ने दी है।

वहीं, दिल्ली से सटे फरीदाबाद के एस्कार्ट्स फोर्टिस अस्पताल में मात्र दो से तीन घंटे का ऑक्सीजन स्टॉक ही बचा है। जल्दी ही ऑक्सीजन नहीं मिली तो 125 मरीजों की जान‌ पर संकट आ सकता है।

इसके अलावा, फरीदाबाद के फोर्टिस अस्पताल के प्रवक्ता का भी कहना है कि रेवाड़ी की आईनॉक्स कंपनी है। यहां से ऑक्सीजन की आपूर्ति होनी थी, लेकिन अभी तक नहीं पहुंची है। इस समय 75 के करीब मरीज आक्सीजन सपोर्ट पर है जबकि 50 मरीज वेंटिलेटर पर हैं।

वहीं, अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) भी हरकत में आ गया है। दिल्ली के सभी प्रशासनिक अधिकारियों को आक्सीजन की मानीटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मुख्य सचिव की तरफ से जारी ऑक्सीजन प्रबंधन नियमों के तहत कहा गया है कि दिल्ली पुलिस सभी आक्सीजन टैंकरों के प्रवेश और निकास का रिकार्ड तुरंत नियंत्रण कक्ष से साझा करेगी। सभी टैंकरों के लिए ग्रीन कारिडोर बनाएगी।

इसके लिए विशेष पुलिस आयुक्त को इस प्रबंधन के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। एक समिति गठित कर आक्सीजन आडिट किया जाएगा। समिति ऑक्सीजन के उपयोग और स्टाक पर डाटा भी एकत्र करेगी। ऑक्सीजन प्रबंधन के लिए दिल्ली के आइएएस अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की गई है जो समन्वय स्थापित कर आक्सीजन की उपलब्धता कराएंगे।

आइएएस अधिकारी उदित प्रकाश दिल्ली की सीमाओं तक टैंकरों की सुचारु और निर्बाध आवाजाही सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार होंगे और आपूर्तिकर्ताओं राज्यों और केंद्र सरकार से संबंधित सभी मुद्दों को सुलझाएंगे। आइएएस विजय बिधूड़ी स्वास्थ्य प्रतिष्ठानों को आक्सीजन की आपूर्ति को नियंत्रित, समन्वय और सुविधा प्रदान करने के लिए जिम्मेदारी निभाएंगे।

chat bot
आपका साथी