पौधों से किया गंदगी पर वार तो मिलने लगी भरपूर ऑक्सीजन

जब लाकडाउन लगा तो चंद महीनों में ही यहां सुंदर पार्क बना दिया गया। विश्व पर्यावरण दिवस पर कार्यक्रम आयोजित कर आसपास के लोगों को जागरूक किया गया। फिर दूसरे लोग भी आगे आने लगे और पौधारोपण करने लगे। अब यहां स्वच्छ हवा मिलती है।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 07:10 AM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 07:50 AM (IST)
पौधों से किया गंदगी पर वार तो मिलने लगी भरपूर ऑक्सीजन
जहां फेंकते थे कूड़ा, आज वहीं से मिल रही स्वच्छ हवा।

नई दिल्ली [सोनू राणा]। पार्कों में कूड़ा-कचरा फेंक कर कूड़ाघर बनाते लोग तो हर जगह मिल जाते हैं। लेकिन लगभग कूड़ाघर बन चुकी जगह का सुंदरीकरण करके नांगलोई अमर कालोनी फेस-दो के नई दिशा महिला संगठन ने एक मिसाल पेश की है। जिस जगह वर्षों से कूड़े के ढेर लगे थे वहां की सफाई करवाकर पहले संगठन ने पार्क बनवाया, फिर पीपल नीम, बड़, शहतूत, जामुन आदि के सैकड़ों पौधे लगाकर गंदगी पर ऐसा वार किया कि आज लोगों को यहीं से भरपूर आक्सीजन मिल रही है। नई दिशा संगठन की सदस्यों की की मेहनत का ही नतीजा है कि आज यहां कूड़े-कचरे से फैलने वाली बीमारी नहीं, चारों ओर हरियाली फैली है। तरह-तरह के फूल खिले रहते हैं औंर बच्चों की किलकारियां गूंजती हैं। पार्क में बच्चे तो खेलते हैं ही साथ ही योग क्लासेस भी चलती हैं।

दरअसल अमर कालोनी में एक ऐसी खाली जगह थी जहां बीते 15 वर्षों से हर कोई आता जाता व्यक्ति कूड़ा फेंक कर चला जाता था। बदबू तो उठती ही थी, लोग अपने पशु भी यहीं बांधते थे। इसे देखते हुए लोगों ने पहल की ओर लाकडाउन के समय में इस जगह से पहले कूड़ा उठवाया फिर चारदीवारी कर यहां पौधे व बच्चों के खेलने के लिए झूले लगवाए।

नई दिशा संगठन की अध्यक्ष राजबाला के अनुसार 15 वर्षों से भी ज्यादा समय से यहां कचरे के ढेर लगे थे। पास से गुजरते वक्त नाक बंद करना पड़ता था। इसे देखते हुए संगठन की महिलाओं ने इस जगह को साफ कर यहां पार्क बनाने का निर्णय लिया। स्थानीय पार्षद को भी इसकी जानकारी दी गई। इसके बाद जब लाकडाउन लगा तो चंद महीनों में ही यहां सुंदर पार्क बना दिया गया। विश्व पर्यावरण दिवस पर कार्यक्रम आयोजित कर आसपास के लोगों को जागरूक किया गया। फिर दूसरे लोग भी आगे आने लगे और पौधारोपण करने लगे। अब यहां स्वच्छ हवा मिलती है और पार्क की खूबसूरती देखते ही बनती है। उन्होंने बताया कि यहां के सुंदरीकरण में महिलाओं का सबसे ज्यादा योगदान है इसलिए पार्क का नाम भी रानी लक्ष्मीबाई पार्क रखा गया है। पार्क के सुंदरीकरण में अनीता देवी, मनोज शर्मा, सुरेंद्र कश्यप, सरोज, कविता, प्रेम, समुंद्र, देवेंदर समेत इलाके के अन्य लोगों ने भी मदद की।

लोगों ने कहा

हमारे काॅलोनी की महिलाओं ने मिलकर वाकई इस जगह को कूड़े के ढेर से बदल कर खूबसूरत पार्क में तब्दील कर दिया हैं।

राजबाला

पहले सुबह यहां पर बहुत ज्यादा बदबू आती थी, लेकिन अब पार्क बन जाने से यहां पर आना वाकई सुखद एहसास है।

सुरेंद्र कश्यप

कचरे के ढेर को एक पार्क में बदलकर काॅलोनी के बच्चों को उपहार दिया है। उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है।

सरोज

अब हमें सुबह की सैर के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। मैं इस पार्क में ज्यादा देर तक सैर कर सकती हूं।

कविता

chat bot
आपका साथी