Oxygen Shortage: दिल्ली में फिर बढ़ सकता है ऑक्सीजन का संकट, आपूर्ति में आई 153 मीट्रिक टन की कमी
Oxygen Shortage दिल्ली सरकार वर्तमान में मौजूद 21 हजार बेड की संख्या को और बढ़ाना चाहती है। इसके लिए अधिक ऑक्सीजन चाहिए। सरकार ने बेड की संख्या बढ़ाने की पूरी योजना बना रखी है अधिक ऑक्सीजन का इंतजार है।
नई दिल्ली [वी के शुक्ला]। दिल्ली में फिर से ऑक्सीजन का संकट बढ़ सकता है। अदालती फटकार के बाद बुधवार को दिल्ली को जहां 730 मीट्रिेक टन ऑक्सीजन मिली थी, वह बृहस्पतिवार को घट कर 570 मीट्रिक टन रह गई। यानी एक दिन बाद ही सीधे तौर पर 153 मीट्रिक टन ऑक्सीजन दिल्ली को कम मिली है। हालांकि दिल्ली में अस्पतालों से इमरजेंसी काल आनी कुछ कम हुई हैं। मगर बंद नहीं हुई हैं। बृहस्पतिवार को नौ अस्पतालों से ऑक्सीजन वार रूम में इमरजेंसी काल आईं। इन अस्पतालों में एलएनजेपी और स्पाइनल अस्पताल भी शामिल है।
बता दें कि दिल्ली को इस समय ऑक्सीजन की कुल जरूरत 976 मीट्रिक टन की है। जबकि 6 मई को सिर्फ 577 मीट्रिक टन ऑक्सीजन ही मिली है। जो कुल मांग की 59 फीसद है। ऑक्सीजन में गिरावट का असर दिल्ली के अस्पतालों पर पड़ सकता है। अगर निर्धारित ऑक्सीजन प्लांटों से नियमित आपूर्ति नहीं की जाएगी तो समस्या हल नहीं हो पाएगी।
दिल्ली सरकार वर्तमान में मौजूद 21 हजार बेड की संख्या को और बढ़ाना चाहती है। इसके लिए अधिक ऑक्सीजन चाहिए। सरकार ने बेड की संख्या बढ़ाने की पूरी योजना बना रखी है, अधिक ऑक्सीजन का इंतजार है। वर्तमान में दिल्ली में आइसीयू और नान आइसीयू बेड 21000 हैं। यदि 21 हजार बेड के आंकड़े को बढ़ाकर 40 हजार बेड पर ले जाता है तो अधिक ऑक्सीजन चाहिए होगी।
बृहस्पतिवार को 9 अस्पतालों से इमरजेंसी काल आईं। इसके बाद 5.80 मीट्रिक टन ऑक्सीजन पहुंचायी गई। इन अस्पतालों में 909 ऑक्सीजन बेड हैं। बृहस्पतिवार रात ढाई बजे इंडियन स्पाइनल अस्पताल से ऑक्सीजन वार रूम को इमरजेंसी काल मिली। जिसके जरिए तत्काल ऑक्सीजन की मांग की गई। सरकार की ओर से बनाए गए ऑक्सीजन रिस्पांस पाइंट से तुरंत अस्पताल को एक मीट्रिक टन ऑक्सीजन मुहैया कराई गई।
इसके साथ ही शुकवार को इसी तरह कुकरेजा अस्पताल की ओर से सुबह 10 बजे काल पर तत्काल ऑक्सीजन मांगी गई। ऐसे में बिना किसी देरी के राजघाट डिपो से तीन सिलिंडर अस्पताल पहुंचाए गए। लोक नायक अस्पताल की ओर से दोपहर 12 बजे इमरजेंसी काल मिली। अस्पताल की ऑक्सीजन की मांग को बिना देरी के पूरा किया गया और उनको दो मीट्रिक टन ऑक्सीजन उपलब्ध कराई गई। इसी तरह कालकाजी स्थित आइरीन अस्पताल ने शाम साढ़े 4 बजे ऑक्सीजन मांगी। तत्काल तीन सिलिंडर भिजवाकर ऑक्सीजन के संकट को दूर किया गया।