दिल्ली में नांगलोई थाना के चार पुलिसकर्मियों की बहादुरी को सलाम, मिली आउट आफ टर्न प्रोन्नति
नांगलोई इलाके में दो गुटों के बीच हुए खूनी संघर्ष के दौरान आरोपितों को दबोचने के इरादे से बहादुरी दिखाने वाले चार पुलिसकर्मियों को आउट आफ टर्न प्रोन्नति दी गई है। बाहरी जिला पुलिस उपायुक्त परविंदर सिंह ने चारों पुलिसकर्मियों को कार्यालय बुलाकर बैज लगाया।
नई दिल्ली [गौतम मिश्रा]। नांगलोई इलाके में दो गुटों के बीच हुए खूनी संघर्ष के दौरान आरोपितों को दबोचने के इरादे से बहादुरी दिखाने वाले चार पुलिसकर्मियों को आउट आफ टर्न प्रोन्नति दी गई है। जिन पुलिसकर्मियों की प्रोन्नति हुई है, उनमें हेड कांस्टेबल संजय, कांस्टेबल छोटे लाल, कांस्टेबल बलराज, कांस्टेबल विक्रम शामिल हैं। इनमें हेड कांस्टेबल संजय अब एएसआई के पद पर तथा शेष तीनों कांस्टेबल अब हेड कांस्टेबल के पद पर प्रोन्नत हुए हैं। बाहरी जिला पुलिस उपायुक्त परविंदर सिंह ने चारों पुलिसकर्मियों को कार्यालय बुलाकर बैज लगाया।
क्या थी घटना
एक मार्च को एक बजे जाकिर की बुध बाजार रोड पर हत्या कर दी गई और आरोपित फरार हो गए। इस मामले में आरिफ व उसके सहयोगी आरोपित हैं। जब रईस नामक व्यक्ति को इस घटना की जानकारी मिली तो उसने मोबिन व जतिन के साथ मिलकर जाकिर से बदला देने की योजना बनाई। जब ये सलीम (आरिफ का साढ़ू) की कैंप संख्या दो स्थित दुकान पर पहुंचे वहां समील पर गोली चलाने लगे।
सलीम भागता हुआ सड़क पर आ गया और सड़क पर गोली चलने से भगदड़ मच गई। किराड़ी रोड पर हर तरफ दहशत का माहौल था। इस बीच कांस्टेबल बलराज, कांस्टेबल विक्रम, हेड कांस्टेबल संजय व कांस्टेल छोटे लाल गश्त पर थे। घटना की जानकारी मिलते ही सभी किराड़ रोड पहुंचे और सलीम को बचाने में जुट गए। पुलिसकर्मी रईस व मोबिन से बार बार गोलीबारी रोकने को कह रहे थे लेकिन उन पर कोई असर नहीं हो रहा था। अंत में सलीम को बचाने व रईस व मोबिन को दबोचने के इरादे से पुलिसकर्मियों ने रईस व मोबिन के पैर को निशाने पर लेते हुए गोली चलाई। इस बीच मोबिन तो फरार हो गया लेकिन रईस को पुलिसकर्मियों ने काबू कर लिया।