डिजिटल बैंकिंग में नौकरी की अपार संभावनाएं, जानिए कैसे बनाएं करियर

डिजिटल बैंकिंग यानी ऐसे बैंक जो पूरी तरह से आनलाइन संचालित होते हैं। फिजिकल बैंक की तरह इस तरह की बैंकिंग की कोई शाखा नहीं होती है लेकिन यह हर प्रकार की बैंकिंग सेवाएं प्रदान करते हैं। देश-दुनिया में इनदिनों इसी तरह की बैंकिंग की लोकप्रियता देखी जा रही है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 03:13 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 03:39 PM (IST)
डिजिटल बैंकिंग में नौकरी की अपार संभावनाएं, जानिए कैसे बनाएं करियर
डिजिटल बैंकिंग में तेजी से बढ़ रहे हैं अवसर, जानिए कैसे बनाएं करियर

नई दिल्‍ली [धीरेंद्र पाठक]। हाल में इनफिनिटी फोरम में दिए गए अपने एक संबोधन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फिनटेक इंडस्‍ट्री की तारीफ करते हुए कहा कि अगले एक दशक में देश में डिजिटल बैंक आम हो जाएंगे, क्‍योंकि जनता के बीच इसकी स्‍वीकार्यता बढ़ रही है। अपने आसपास हो रहे डिजिटल लेनदेन को देखकर यह सहज महसूस भी किया जा सकता है। डिजिटल बैंकिंग के तहत लेनदेन की लोकप्रियता ने ही इस फील्‍ड में युवाओं के लिए करियर के नये अवसर भी खोल दिये हैं। आने वाले दिनों में इस फील्ड में तकनीकी कौशल वाले युवाओं की ज्‍यादा मांग होगी। आइये जानें, डिजिटल बैंकिंग में कुशलता हासिल करके कैसे बढ़ सकते हैं आगे…

हाल के वर्षों में लोगों के बीच इंटरनेट की तेज पहुंच से जीवन के विभिन्‍न क्षेत्रों में बहुत से कामकाज डिजिटली होने लगे हैं। ऐसा ही एक क्षेत्र है डिजिटल बैंकिंग का। आज कोई भी लेनदेन करनी हो,बैंक में खाते खुलवाने हों, लोन लेना हो या फिर खाते की डिटेल चाहिए, पैसा भेजना या मंगाना हो, सब कुछ घर बैठे बड़े आराम से डिजिटल बैंकिंग के जरिये हो जा रहा है। तकरीबन सभी सार्वजनिक और निजी बैंकों की ओर से ग्राहकों की जरूरत और डिमांड को देखते हुए इस तरह की आनलाइन बैंकिंग सेवाएं उपलब्‍ध कराई जा रही हैं। इसलिए अब लोगों को न तो पहले की तरह बैंकों के ब्रांचेज में जाने की मजबूरी रही और न ही बैंकों में लगने वाली लंबी-लंबी लाइनों में घंटों धक्‍के खाने पड़ते हैं।

खासतौर से कोरोना महामारी के बाद डिजिटल बैंकिंग में और ज्‍यादा तेजी आई है और लोग बड़े पैमाने पर पैसे की लेनदेन के लिए अब डिजिटल तरीके ही अपना रहे हैं, हर छोटी-बड़ी खरीदारी का भुगतान आनलाइन ही करना पसंद कर रहे हैं। यही वजह है कि अब बैंकों को भी ऐसे कुशल वर्कफोर्स की आवश्‍यकता पड़ रही है, जो तकनीकी रूप से दक्ष और टेक फ्रेंडली हों, ताकि ग्राहकों की सुविधानुसार उन्‍हें तत्‍काल आनलाइन बैंकिंग सेवाएं प्रदान की जा सकें।

डिजिटल बैंकिंग का दौर

डिजिटल बैंकिंग यानी ऐसे बैंक जो पूरी तरह से आनलाइन संचालित होते हैं। फिजिकल बैंक की तरह इस तरह की बैंकिंग की कोई शाखा नहीं होती है, लेकिन यह हर प्रकार की बैंकिंग सेवाएं प्रदान करते हैं। देश-दुनिया में इनदिनों इसी तरह की बैंकिंग की लोकप्रियता देखी जा रही है। बैंकिंग फील्‍ड के विशेषज्ञों के मुताबिक,बैंकों में डिजिटल बैंकिंग की तो यह अभी शुरुआत है। लांचिंग पैड से लांच होने वाले राकेट की तरह यह कितनी ऊंचाई तक जाएगा, इसकी कोई सीमा नहीं है। वैसे भी देखा जाए, तो आज लगभग सभी आधुनिक बैंकों में डिजिटल बैंकिंग के अलावा सारा परिचालन पूरी तरह से डिजिटल तौर-तरीके से ही हो रहा है।

डिजिटल रिकार्ड कीपिंग और डिजिटल कंप्यूटिंग के उपयोग से बैंकों को भी ग्राहकों की जरूरत और उन तक सेवाएं पहुंचाने में आसानी हो रही है। ऐसे में इसमें कोई दो राय नहीं कि आने वाला दौर डिजिटल बैंकिंग का है। इस तरह की बैंकिंग को तेजी से अपनाए जाने के कई कारण भी हैं। जैसे कि डिजिटल बैंकिंग में लागत कम आती है। ग्राहक अभी सबसे अधिक इसी तरह की बैंकिंग सेवा पसंद कर रहे हैं। साथ ही, कोरोना के संक्रमण के भय को देखते हुए भी यह समय की जरूरत है। लेकिन डिजिटल बैंकिंग के आगे बढ़ने का सबसे बड़ा फैक्‍टर इसकी कम लागत और बढ़ती मांग है। जाहिर है इससे आने वाले समय में सभी छोटे-बड़े बैंक डिजिटल और तकनीकी रूप से जानकार वर्कफोर्स रखने पर ज्‍यादा जोर देंगे। इसका मतलब निकट भविष्य में युवाओं के लिए इस फील्‍ड में रोजगार के ढेर सारे अवसर होंगे।

इन क्षेत्रों में बढ़ेगी मांग

डिजिटल बैंकिंग पर जोर दिये जाने से बैंकों में वेबसाइट को डिजाइन करने या एप विकसित करने, डाटा का विश्‍लेषण करने और साइबर धोखाधड़ी आदि से निपटने के लिए मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग में कुशल पेशेवरों की सबसे अधिक आवश्यकता होगी। इसके अलावा, नौकरी के अन्य अवसर जो खुलेंगे, वे तकनीकी पदों के लिए होंगे। जैसे कि आनलाइन डाटा मैनेजर, क्लाउड स्टोरेज मैनेजर, डिजिटल डाटाबेस मैनेजमेंट एक्‍सपर्ट तथा क्रिएटिव डिजाइनर आदि। आने वाले कुछ वर्षों में बैंकों में ये ऐसी नौकरियां होंगी, जिसके लिए सबसे अधिक सैलरी पैकेज भी होंगे। इसलिए अब वह समय आ गया है कि बैंकिंग में रुचि रखने वाले युवाओं को डिजिटल बैंकिंग की दुनिया में करियर बनाने के लिए आवश्यक कौशलों को हासिल करने पर अभी से ध्‍यान देना शुरू कर देना चाहिए।

इन कौशलों में खुद को बनाएं निपुण

यहां कुछ बेहद वांछनीय तकनीकी कौशल दिए जा रहे हैं, जिनमें आपको खुद निपुण बनाने का प्रयास करना चाहिए

1. मशीन लर्निंग और डाटा माइनिंग: मशीन लर्निंग और डाटा माइनिंग जैसी स्किल सीखने के लिए आप कोर्सेरा,ग्रोडाटगूगल जैसे प्लेटफार्म का उपयोग कर सकते हैं। विदेशी विश्‍वविद्यालय और अपग्रेड जैसे प्लेटफार्म भी इस तरह की पूर्णकालिक आनलाइन डिग्री आफर कर रहे हैं,जो आपको डिजिटल बैंकिंग में एंट्री करने और अपना पैर जमाने में मदद करेंगे।

2.कोडिंग: कोडिंग वैसे तो लंबे समय से है, लेकिन डिजिटल क्रांति के बाद से इसकी जरूरत और इस्‍तेमाल दोनों में बदलाव आया है। बैंक अपने ग्राहकों को सहज

अनुभव कराने के लिए मोबाइल एप्लिकेशन और साइबर सुरक्षा को ध्‍यान में रखकर कोडिंग जानने वालों को प्राथमिकता दे रहे हैं।

3.एप डेवलपमेंट: भारत में अभी तक एप डेवलपमेंट को एक साइड प्रोफाइल माना जाता था,लेकिन जब से छोटे-छोटे शहर और गांव-कस्‍बे तक मोबाइल फोन की पहुंच बढ़ी है,एप बैंकों की भी जरूरत बन गए हैं। इसलिए एप डेवलपमेंट और मेंटिनेंस जैसा एरिया बैंकों में एक फुलटाइम काम बन गया है। तमाम बैंकों ने इसके लिए बाकायदा एक स्थायी विभाग भी बनाना शुरू कर दिया है।

4.क्रिएटिव डिजाइनिंग: आज के दौर में कुछ भी तब तक नहीं बिक सकता, जब तक वह दिखने में आकर्षक नहीं लगेगा। यही बात एप पर भी लागू होती है। अक्‍सर आपने भी यह कहते हुए सुना होगा कि अमुक एप की डिजाइन ठीक नहीं है। पता ही नहीं चलता कि कहां क्‍या देखना है या अमुक एप उपयोग करना इतना आसान है कि सब कुछ बहुत अच्छी तरह से रखा गया है। इसलिए एप डेवलपमेंट में क्रिएटिव डिजाइनर का रोल भी दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। बैंकिंग भी इससे अछूता नहीं है।

5.आइटी और डिजिटल बैंकिंग:बैंकों को भी आजकल साइबर मदद की जरूरत है। वित्तीय लेनदेन,खाता खोलने, डाक्‍यूमेंटेशन, सिग्‍नेचर तथा चेक वितरण जैसे बहुत से छोटे-बड़े काम हैं, जहां बैंकिंग गतिविधियों को सुरक्षित रखने के लिए डिजिटल हेल्‍प की आवश्यकता होती है। बैंक नियमित रूप से ऐसी गतिविधियों के लिए आइटी पेशेवरों को स्थायी रूप से अपने यहां नियुक्‍त करते हैं।

कहां से सीखें स्किल

डिजिटल क्रांति की वजह से पहले की तुलना में अब किसी भी स्किल को सीखना महंगा नहीं रहा। ऊपर बताई गई किसी भी स्किल को इंटरनेट की मदद से आनलाइन सीखा जा सकता है। इसलिए आजकल इंटरनेट पर कौशल बढ़ाने वाले ऐसे प्रमाणित प्लेटफार्म मिल जाएंगे,जो बेहद सस्ते हैं और कौशल बढ़ाने में भी मददगार हैं। इनका उपयोग युवा खुद को विकसित करने के लिए कर सकते हैं। इसके अलावा,कई डिग्री कोर्सेज भी संचालित हो रहे हैं, जो देश-विदेश के विश्‍वविद्यालयों द्वारा आफलाइन और आनलाइन दोनों माध्‍यमों से कराये जा रहे हैं। इसी तरह कई इंस्‍टीट्यूट भी डिजिटल बैंकर बनने के लिए कामर्स से 12वीं पास छात्रों के लिए तीन वर्षीय एडवांस डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेंस या एक वर्षीय ग्लोबल पीजी डिप्लोमा इन बैंकिंग एंड फाइनेंस जैसे कोर्स करा रहे हैं। एक वर्षीय ग्‍लोबल पीजी डिप्‍लोमा कोर्स के लिए किसी भी फील्ड से ग्रेजुएट होना आवश्‍यक है।

(अनुज जिंदल,एक्‍स बैंकर एवं सीईओ अनुज जिंदलडाटकाम से बातचीत पर आधारित)

कुछ प्रमुख आनलाइन प्‍लेटफार्म्‍स

• स्किलशेयरडाटकाम (Skillshare.com

• कोर्सेराडाटओआरजी (Coursera.org

• यूडेमीडाटकाम (Udemy.com

• अपग्रेडडाटकाम upgrad.com

• लर्नडिजिटलडाटविदगूगलडाटकाम(learndigital.withgoogle.com

• ईडीएक्‍सडाटओआरजी (edx.org )

प्रमुख संस्‍थान

मणिपाल यूनिवर्सिटी, कर्नाटक

www.manipal.edu

सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, मुंबई

www.siu.edu.in

टीकेडब्ल्यू इंस्‍टीट्यूट आफ बैंकिंग ऐंड फाइनेंस, नयी दिल्ली

www.tkwsibf.edu.in

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