Doctors Strike: दिल्ली के इन 3 बड़े अस्पतालों की एसोसिएशन हड़ताल पर, ओपीडी की सेवाएं ठप

Delhi Doctors Strike News रेजिडेंट डॉक्टर ने बताया कि पहले पीजी का पहला बैच मई-जून तक आ जाता था। आज हमने OPD सेवाओं को रोका है। मांग पूरी नहीं हुई तो हम इस प्रदर्शन को आगे लेकर जाएंगे।

By Jp YadavEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 10:24 AM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 12:16 PM (IST)
Doctors Strike: दिल्ली के इन 3 बड़े अस्पतालों की एसोसिएशन हड़ताल पर, ओपीडी की सेवाएं ठप
Doctors Strike: दिल्ली के इन 3 बड़े अस्पतालों की एसोसिएशन हड़ताल पर, ओपीडी की सेवाएं रहेंगी ठप

नई दिल्ली [रणविजय सिंह]। राम मनोहर लोहिया समेत दिल्ली के तीन बड़े अस्पतालों में शनिवार को ओपीडी बंद है, क्योंकि इन अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (RDA) ने नीट पीजी 2021 (NEET PG 2021) काउंसलिंग आयोजित करने में बार-बार हो रही देरी के खिलाफ हड़ताल पर चले गए हैं। इस कड़ी में दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टरों ने NEET-PG काउसलिंग में लगातार हो रही देरी के ख़िलाफ़ प्रर्दशन किया। एक रेजिडेंट डॉक्टर ने बताया कि पहले पीजी का पहला बैच मई-जून तक आ जाता था। आज हमने OPD सेवाओं को रोका है। मांग पूरी नहीं हुई तो हम इस प्रदर्शन को आगे लेकर जाएंगे।

बता दें कि मेडिकल स्नातकोत्तर (पीजी) में दाखिले के लिए राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट)-पीजी की काउंसलिंग में हो रही देरी से रेजिडेंट डाक्टर नाराज हैं। फेडरेशन आफ रेजिडेंट डाक्टर्स एसोसिएशन (फोर्डा) ने 27 नवंबर से देश भर के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी में हड़ताल करने की घोषणा भी कर दी है। इस वजह से रेजिडेंट डाक्टर ओपीडी में ड्यूटी पर मौजूद नहीं रहेंगे। हालांकि, इमरजेंसी व वार्ड में रेजिडेंट डाक्टर ड्यूटी पर मौजूद रहेंगे। इसलिए इमरजेंसी सेवा व अस्पतालों में भर्ती मरीजों का इलाज प्रभावित नहीं होगा।

फोर्डा ने अपने बयान में कहा है कि 25 नवंबर तक रेजिडेंट डाक्टरों ने नीट पीजी की काउंसलिंग का पूरे सब्र के साथ इंतजार किया। रेजिडेंट डाक्टरों को उम्मीद थी कि इस मामले में 25 नवंबर को कुछ रास्ता निकलेगा, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने नीट-पीजी में ओबीसी व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के लिए आरक्षण लागू करने के मामले में दायर याचिका पर सुनवाई की अगली तारीख छह जनवरी 2022 तय की है। इस वजह से काउंसलिंग में लगातार देर होती जा रही है। रेजिडेंट डाक्टरों पर पहले से ही काम का दबाव है। मेडिकल स्नातकोत्तर में दाखिले की प्रक्रिया में देरी से मानसिक तनाव भी बढ़ता जा रहा है। फोर्डा ने सुप्रीम कोर्ट में मामले की तेज सुनवाई व केंद्र सरकार से मेडिकल स्नातकोत्तर की दाखिला प्रक्रिया जल्द पूरी कराने की मांग की है।

सात माह की हो चुकी है देरी

फोर्डा के अध्यक्ष डा. मनीष ने कहा कि नीट-पीजी की काउंसलिंग में करीब सात माह की देरी हो चुकी है। रेजिडेंट डाक्टर शनिवार को अस्पतालों में प्रदर्शन भी करेंगे। बहरहाल, ओपीडी में वरिष्ठ डाक्टर व फैकल्टी स्तर के डाक्टर मौजूद रहेंगे। इसलिए ओपीडी पूरी तरह बंद नहीं होगी, लेकिन रेजिडेंट डाक्टरों के ओपीडी में मौजूद नहीं रहने से कम संख्या में ही मरीज देखे जाएंगे।

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