पद्म पुरस्कारों के लिए सिर्फ स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों के नाम भेजे जाएंगेः अरविंद केजरीवाल

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना काल में डाक्टर व अन्य स्वास्थ्यकर्मी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं। संक्रमण के मामले बढ़ने पर मरीजों की सेवा कर रहे कई डाक्टर व स्वास्थ्यकर्मी छह माह तक घर नहीं गए थे।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 10:53 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 10:53 PM (IST)
पद्म पुरस्कारों के लिए सिर्फ स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों के नाम भेजे जाएंगेः अरविंद केजरीवाल
डाॅक्टरों को सामूहिक रूप से भारत रत्न देने की मांग।

नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। दिल्ली विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार से देश के सभी डाक्टरों को सामूहिक रूप से भारत रत्न देने की मांग की गई है। आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने यह प्रस्ताव रखा जिसे सत्ता पक्ष के साथ ही विपक्ष ने भी समर्थन दिया। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना काल में डाक्टर व अन्य स्वास्थ्यकर्मी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं। संक्रमण के मामले बढ़ने पर मरीजों की सेवा कर रहे कई डाक्टर व स्वास्थ्यकर्मी छह माह तक घर नहीं गए थे। दिल्ली में कोरोना संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में इनका पूरा साथ मिला है।

सरकार ने हित में कदम उठाए

उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार उनके हित में कई कदम उठाए हैं। दिल्ली सरकार ने उनके रहने के लिए पांच सितारा होटल में व्यवस्था की थी। उनकी सलाह से नियम बनाए जाते थे जिससे कभी विवाद नहीं हुआ। कोरोना ड्यूटी के दौरान संक्रमित होने से किसी की मृत्यु होने पर उनके स्वजनों को एक करोड़ रुपये की राशि देने की घोषणा की गई। इस फैसले से कोरोना ड्यटी करने वालों का मनोबल बढ़ा। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने पदम पुरस्कारों के लिए सिर्फ स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों के नाम भेजने का फैसला किया है। पिछले तीन दिनों में 21 सौ आवेदन प्राप्त हुए हैं।

डाक्टरों को सामूहिक रूप से भारत रत्न मिले

केंद्र सरकार से आग्रह है कि केंद्र सरकार स्वास्थ्य सेवा से जुड़े लोगों को पदम पुरस्कार दे। इसके साथ ही डाक्टरों को सामूहिक रूप से भारत रत्न दिया जाए, इसमें सभी स्वास्थ्यकर्मी आ जाएंगे। इससे पूरे विश्व में संदेश जाएगा कि भारत अपने डाक्टरों के साथ खड़ा है।

कोरोना के खिलाफ जंग में दिल्ली के 103 डाक्टरों की जान गयी

आर विधायक रोहित महरौलिया ने कहा कि कोरोना संक्रमण के खिलाफ लड़ाई में दिल्ली के 103 डाक्टरों की जान चली गई। डा. केके अग्रवाल ने कोरोना महामारी को लेकर लोगों को जागरूक करते रहे। कोरोना से उनकी भी मौत हो गई। आप विधायक भूपिंदर सिंह जून ने कहा कि डॉक्टर इलाज के साथ ही लोगों को जागरूक किया।

एक करोड़ रुपये सम्मान राशि देने की मांग

विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में नगर निगमों के सफाई कर्मचारियों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसी तरह से करोना पीड़ितों को लिफ्ट से ले जाने वाले लिफ्टमैन, पुलिसकर्मियों, शिक्षकों की भी कोरोना से लड़ाई में जान गई है। इनके स्वजनों को भी एक-एक करोड़ रुपये की सम्मान राशि मिलनी चाहिए। भाजपा विधायक अजय महावर ने कहा कि बिना किसी भेदभाव के यह सम्मान राशि दी जानी चाहिए। उन्होंने डाक्टरों के लिए दिल्ली रत्न शुरू करने का भी सुझाव दिया।

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