लर्निंग प्लेटफॉर्म: आज तकनीक तेजी से रही बदल, खेल-खेल में अपने बच्चों-किशोरों को सिखाए स्किल
आज के समय में ऐसे बहुत सारे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म आ गए हैं जहां बच्चों को फ्री में कोडिंग एआइ वीआर रोबोटिक्स आदि जैसी तकनीकी जानकारी से लैस किया जा सकता है। इन प्लेटफॉर्म्स को बच्चों-किशोरों को ध्यान में रखकर ही डेवलप किया गया है।
अमित निधि। आज तकनीक तेजी से बदल रही है। यदि बच्चे/किशोर केवल सिलेबस तक ही सीमित रहते हैं, तो वे भविष्य की स्किल से वंचित रह जाएंगे।
दोस्तो, आप हमेशा नई-नई चीजों के बारे में जानने-सीखने के प्रति काफी उत्सुक रहते हैं। यदि आपकी रुचि गेमिंग के साथ-साथ साइंस-टेक्नोलॉजी में है, तो आपके लिए खुद को भविष्य की स्किल से लैस करना आसान हो जाएगा। देखा जाए, तो भविष्य को ध्यान में रखते हुए कोडिंग बच्चों-किशोरों के लिए बहुत उपयोगी साबित हो सकती है। यह न सिर्फ क्रिएटिविटी के लिए प्रोत्साहित करता है, बल्कि प्रॉब्लम सॉल्विंग एबिलिटी को भी इंप्रूव करता है। इसे सीखने के लिए जरूरी नहीं है कि किसी इंस्टीट्यूट को ज्वाइन किया जाए। आप फन गेम की तरह इसे घर बैठे भी सीख सकते हैं।
ब्लॉकली: हर बच्चे-किशोर को गेम पसंद होता है। मगर यह एक ऐसा गेमिंग प्लेटफॉर्म है, जो बच्चों को भविष्य के प्रोग्रामर के तौर पर तैयार करने में मदद करता है। ब्लॉकली डॉट गेम्स प्लेटफॉर्म की थीम ही है-गेम्स फॉर टुमारो प्रोग्रामर्स यानी यह भविष्य की स्किल्स के लिए बच्चों को तैयार करता है। बच्चे अगर मोबाइल पर ज्यादा समय बिता रहे हैं तो फिर इस प्लेटफॉर्म के लिए उन्हें प्रेरित किया जा सकता है। इसमें कोडिंग्स पर आधारित पजल्स, मेज, बर्ड, टर्टल, मूवीज, म्यूजिक, पॉन्ड ट्यूटर जैसे एजुकेशनल गेम्स को शामिल किया गया है। इसे उन बच्चों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है, जो पहले से कंप्यूटर साइंस के बारे में बिल्कुल नहीं जानते हैं। यहां गेम्स की मदद से प्रोग्रामिंग कॉन्सेप्ट जैसे कि फंक्शंस, लूप्स, कंडिशनल स्टेटमेंट्स, मैथमेटिकल इक्वेशंस, टेक्स्ट बेस्ड कोडिंग के बारे में सीख सकते हैं। इन गेम्स की मदद से इस एज ग्रुप में ही जावा स्क्रिप्ट के बेसिक्स के बारे में जान सकते हैं। इतना ही नहीं, ब्लॉकली गेम्स पर इस्तेमाल होने वाले कोड ओपन सोर्स हैं। इसका मतलब है कि यह फ्री और कस्टमाइजेबल भी है। अच्छी बात है कि इसे डाउनलोड करने के बाद ऑफलाइन भी इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
गेमब्लॉक्स : यह बच्चों के लिहाज से बेहद क्रिएटिव प्लेटफॉर्म है। अगर गेम के शौकीन हैं, तो इस प्लेटफॉर्म के जरिए गेम बनाने की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं। यह एक तरह का गेम एडिटर है, जो ब्लॉक्स बेस्ड प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का इस्तेमाल करता है। इसकी मदद से कोई भी गेम बनाना सीख सकता है। इसमें बेसिक कोडिंग स्ट्रक्चर और लॉजिक के बारे में बताया गया है, जो किसी भी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को सीखने के लिए जरूरी होता है। अपने बनाए गए गेम्स को इस वेबसाइट पर या फिर एप्स पर भी चला सकते हैं। गेमबॉक्स एप एंड्रॉयड और आइओएस दोनों ही डिवाइस के लिए फ्री में उपलब्ध है। मुख्य पेज पर ही आपको क्रिएट सेक्शन का ऑप्शन मिलेगा। इस पर क्लिक करने के बाद आगे के दिशा-निर्देशों को पढ़ते हुए गेम प्ले कर सकते हैं। यह वेबसाइट एमआइटी टीचर एजुकेशन प्रोग्राम भी ऑफर करता है। इसका फोकस प्लेफुल लर्निग एक्सपीरियंस को बढ़ावा देना है। गूगल क्रोम के लेटेस्ट वर्जन पर यह अच्छा कार्य करता है।
क्रंचजिला: यहां पर तीन इंटरैक्टिव जावा स्क्रिप्ट कोर्सेज मौजूद हैं, जिनकी मदद से बच्चे कोड के साथ खेल सकते हैं, एक्सपेरिमेंट कर सकते हैं, नई चीजें बनाना सीख सकते हैं और यह भी जान सकते हैं कि किसी चीज को कैसे प्रोग्राम किया जाता है। क्रंचजिला का इंटरफेस काफी सिंपल है। यहां पर बायीं तरफ कोड में फेरबदल करने पर किस तरह के रिजल्ट आते हैं, उसे तुरंत दायीं तरफ के पैनल पर देखा जा सकता है। यहां पर अलग-अलग आयु वर्ग के बच्चों के लिए भिन्न सेक्शन हैं। कोड मॉन्स्टर छोटे बच्चों के लिए है, जो 9-14 आयु वर्ग के हैं। प्रोजेक्ट की शुरुआत बॉक्सेज और कलर से होती है। इसके बाद तेजी से आगे बढ़ते हुए एनिमेशंस से साथ एक्सपेरिमेंट करने का मौका मिलता है। इससे प्रोग्रामिंग के कॉन्सेप्ट जैसे कि वेरिएबल्स, लूप्स, कंडिशनल, एक्सप्रेशंस, फंक्शंस आदि जैसी बेसिक चीजों के बारे में सीख सकते हैं। इसके अलावा, कोड मावेन 13 वर्ष और इससे ऊपर के आयु वर्ग के स्टूडेंट्स के लिए है। यहां पर कोडिंग के जुड़े डिफिकल्टी लेवल बढ़ जाते हैं और संबंधित जानकारी विस्तार से मिलती है। वहीं गेम मावेन उन टीनएजर्स के लिए है, जो पहले से थोड़ी -बहुत कोडिंग्स के बारे में जानते हैं। यहां पर आपको स्टेप-बाय-स्टेप गाइड मिलेंगे।
कोड: टेक एंटरप्रेन्योर और सॉफ्टवेयर इंजीनियर हाडी पाटरेवी ने इस कंप्यूटर बेस्ड एजुकेशन प्लेटफॉर्म को बच्चों के लिए शुरू किया है। यह फ्री है। यह प्लेटफॉर्म माइक्रोसॉफ्ट, फेसबुक, अमेजन, इंफोसिस फाउंडेशन और गूगल के सपोर्ट से चलता है। कोडिंग सीखने के लिए पहले साइनइन करना होगा। यहां पर पांचवीं क्लास तक के बच्चे खुद अपना गेम, एप और कंप्यूटर ड्रॉइंग बनाना सीख सकते हैं। वहीं कक्षा छह से 12वीं तक के बच्चे ब्लॉक्स, जावा स्क्रिप्ट, सीएसएस, एचटीएमएल आदि की मदद से रियल वर्किग एप, गेम्स और वेबसाइट बनाने के प्रॉसेस को समझ सकते हैं। यहां पर दुनियाभर के 5 करोड़ से अधिक बच्चों ने 10 करोड़ से अधिक प्रोजेक्ट तैयार किए हैं। हर मॉड्यूल में प्रोजेक्ट डिस्क्रिप्शन, टिप्स, डेमो मिलते हैं। बच्चे वन ऑवर ट्यूटोरियल को भी ट्राई कर सकते हैं, जहां 180 देशों के स्टूडेंट्स और टीचर आवर्स ऑफ कोड प्रोग्राम में हिस्सा लेते हैं। अच्छी बात है कि यह हिंदी भाषा को भी सपोर्ट करता है।
एसपी रोबोटिक्स : यह चेन्नई स्थित एक ऑनलाइन स्टार्ट-अप है, जो रोबोटिक्स, कोडिंग, ड्रोन, एआइ, वीआर, आइओटी जैसी नई तकनीकों के बारे में एक्सपेरेंटियल लर्निग की सुविधा प्रदान करता है। यह प्लेटफॉर्म 7 से 17 आयु वर्ग के लिए हैं। यह स्ट्रीम (साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, मैथ्स) आधारित एजुकेशन को बढ़ावा देता है और एआइ पावर्ड ऑनलाइन लर्निग प्रोग्राम है।
ग्रैस्हापर : कोडिंग सीखने के लिए यह फ्री प्लेटफॉर्म है। ग्रैस्हापर वेब के साथ एंड्रॉयड, आइओएस के लिए भी उपलब्ध है। इसका यूजर इंटरफेस इंटरैक्टिव है। यह जावा स्क्रिप्ट के बेसिक्स को कवर करता है। बच्चे कोड के जरिए यहां पर एनिमेशन बना सकते हैं। यह प्रॉब्लम सॉल्विंग टेक्निक सिखाता है। एचटीएमएल और सीएसएस की मदद से वेबसाइट बनाने के बेसिक्स भी जान सकते हैं। इससे प्रोग्रामिंग के कोर कॉन्सेप्ट को समझ सकते हैं, जो तकरीबन हर प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के लिए जरूरी होता है। यहां सिंपल वेब पेज तैयार कर सकते हैं।
नयी भाषा से करें खुद को लैस : बच्चे छोटे हैं, लेकिन यदि आप उन्हें विदेशी भाषा सिखाना चाहते हैं, तो ड्यूलिंगो एक बेहतर प्लेटफॉर्म साबित हो सकता है। कंपनी के मुताबिक, वर्ष 2020 में कोविड के दौरान करीब तीन करोड़ लोगों ने इन प्लेटफॉर्म्स पर नयी भाषा सीखने की कोशिश की। यहां इंग्लिश के अलावा, हिंदी, फ्रेंच, जर्मन, इटेैलियन, स्पेनिश, आइरिश, डच आदि जैसी 23 से अधिक लैंग्वेज को लिखना और बोलना सीख सकते हैं। यहां लेसंस को पढ़ और सुन सकते हैं। साथ ही, लेसंस को अलग-अलग लैंग्वेज में ट्रांसलेट करने का भी यहां विकल्प मिलता है। जैसे-जैसे आप नयी भाषा सीखते जाएंगे, आपका डिफिकल्टी लेवल भी बढ़ता चला जाएगा। यह प्लेटफॉर्म भाषा सीखने के लिए आपको प्रोत्साहित करेगा और नियमित रूप से रिमाइंडर भी देगा। दुनिया भर में इसके 4 करोड़ से अधिक मंथली एक्टिव यूजर्स हैं। इसे एंड्रॉयड, आइओएस और विंडोज यूजर डाउनलोड कर सकते हैं।
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