Sagar Dhankar Murder Case: ओलंपियन सुशील कुमार के पास हैं सिर्फ 3 विकल्प, जानिये- फिर भी क्यों जाना पड़ेगा जेल
Wrestler Sagar Dhankar Murder Case दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल व दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के अलावा उत्तर-पश्चिम जिले की पुलिस भी सुशील कुमार के संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। वहीं 12 दिन बाद सुशील पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। देश के होनहार पहलवान सागर धनखड़ हत्याकांड मामले में मुख्य आरोपित ओलंपियन सुशील कुमार और उसके कुछ साथी अब भी दिल्ली पुलिस की गिरफ्तार से बाहर हैं। दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल व दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के अलावा उत्तर-पश्चिम जिले की पुलिस भी सुशील कुमार के संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। दिल्ली पुलिस राजधानी के अलावा हरियाणा व उत्तराखंड में भी छापेमारी कर रही है, लेकिन वह 12 दिन बाद भी सुशील कुमार हाथ नहीं आ सका है। वहीं, दिल्ली पुलिस ने पिछले दिनों सुशील कुमार की करीबी भूरा पहलवान से भी पूछताछ की थी, जिसने कई अहम राज खोले थे। दरअसल, भूरा ही वह शख्स है, जो सुशील कुमार को हरिद्वार स्थित किसी आश्रम में छोड़कर आया था। इसके उसने ऐसी बातें भी बताई हैं, जिससे सुशील कुमार की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं।
ओलंपियन सुशील कुमार के पास हैं सिर्फ 3 विकल्प सुशील कुमार चाहें तो दिल्ली की कोर्ट के समक्ष आत्मसमर्पण कर सकता है। सुशील कुमार गिऱफ्तारी दे दे। दिल्ली की कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए राहत के लिए याचिका कर सकता है, लेकिन कोर्ट उसे गिरफ्तारी देने के लिए ही कहेगी।
उत्तराखंड में छिपा है सुशील कुमार
4 मई की रात विवाद के बीच पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के बाद से ही सुशील कुमार फरार हो गया, उसके साथ कुछ करीबी भी दिल्ली पुलिस से छिपते फिर रहे हैं। पुलिस को शक है कि सुशील कुमार हरिद्वार (उत्तराखंड) में ही छिपा हुआ है।
दिल्ली पुलिस ने प्रिंस दलाल को गिरफ्तार किया है, जो स्टेडियम के बाहर 4 मई की रात ही पकड़ा गया था। पुलिस आरोपियों के नौ वाहन जब्त कर चुकी है। सुशील के खिलाफ पुलिस लुकआउट नोटिस जारी कराने के अलावा कोर्ट से गैर जमानती वारंट भी हासिल कर चुकी है। धीरे- धीरे पुलिस सुशील कुमार पर शिकंजा कसते जा रही है। दिल्ली सरकार को भी इसके बारे में सूचित कर दिया गया है।
सुशील कुमार की जा सकती है सरकारी नौकरी
स्पोर्ट्स कोट के तहत सुशील कुमार रेलवे में नौकरी करते हैं। कुछ साल पहले वह डेपुटेशन पर दिल्ली सरकार के अंतर्गत काम कर रहे हैं। ऐसे में दिल्ली पुलिस ने आम आदमी पार्टी सरकार को हत्याकांड में नाम सामने आने के चलते पत्र भी लिखा गया है। अब दिल्ली सरकार को तय करना है कि वह सुशील कुमार को निलंबित करती है या नहीं?
सुशील कुमार के करीब भूरा ने खोले कई अहम राज
गौरतलब है कि 4 मई की रात सुशील और उसके साथियों ने विवाद के दौरान छत्रसाल स्टेडियम में पहलवान सागर की हत्या कर दी थी और इसके बाद सभी आरोपित फरार हो गए थे। यह भी आरोप लग रहा है कि हत्या के बाद इस मामले में ओलंपियन सुशील कुमार का नाम जब सामने आया तो दिल्ली पुलिस ने पहले तो मामले को दबाए रखा था।
दिल्ली पुलिस के सूत्रों की मानें तो सुशील का दांया हाथ माने जाने वाले भूरा ने पूछताछ में बताया था कि सुशील को एक योग गुरु के हरिद्वार स्थित आश्रम में छोड़कर वापस दिल्ली आ गया था। वहीं, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक सागर की छाती को छोड़कर पूरे शरीर पर लाठी और लोहे की रॉड से मारने के घाव थे। इतना ही नहीं, पैर से लेकर सिर तक 50 से अधिक गहरे घाव के निशान थे। उसके सिर पर सबसे ज्यादा वार किया गया था। उधर, सागर के परिजनों का कहना है कि स्टेडियम के सीसीटीवी कैमरे में पूरी घटना रिकार्ड हैं। कैमरे में सुशील कुमार सागर को मारता दिखाई दे रहा है। सीसीटीवी कैमरे में सुशील के साथी बदमाश सागर के तीन साथियों भगत सिंह, अमित कुमार और सोनू की भी पिटाई करते दिख रहे हैं। पुलिस ने इन सबके बयान भी दर्ज कर लिए हैं। इसी आधार पर दिल्ली पुलिस जांच कर रही है।