इलेक्टि्रक कार खरीदने में उम्रदराज पुरुषों की संख्या ज्यादा, क्लाइमेट ट्रेंडस संस्था के सर्वे में सामने आई रिपोर्ट

दिल्ली एनसीआर सहित देश भर में इलेक्टि्रक वाहनों को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इस सकारात्मक पहलू के बीच अनेक बुनियादी और व्यावहारिक समस्याएं भी मौजूद हैं। इसीलिए इन वाहनों को अपनाने के प्रति लोगों में हिचक बरकरार है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 03:33 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 03:33 PM (IST)
इलेक्टि्रक कार खरीदने में उम्रदराज पुरुषों की संख्या ज्यादा, क्लाइमेट ट्रेंडस संस्था के सर्वे में सामने आई रिपोर्ट
वाहनों की चार्जिंग, पिक अप पावर, रीसेल वैल्यू और लंबी दूरी के लिए भरोसेमंद न होने जैसे मुद्दे आए सामने।

नई दिल्ली, [संजीव गुप्ता]। दिल्ली एनसीआर सहित देश भर में इलेक्टि्रक वाहनों को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि इस सकारात्मक पहलू के बीच अनेक बुनियादी और व्यावहारिक समस्याएं भी मौजूद हैं। इसीलिए इन वाहनों को अपनाने के प्रति लोगों में हिचक बरकरार है। पर्यावरण के क्षेत्र में काम करने वाले गैर सरकारी संगठन क्लाइमेट ट्रेंड्स ने बृहस्पतिवार को इलेक्टि्रक वाहनों के प्रति लोगों के रवैये और उपयोग संबंधी व्यवहार को समझने के मकसद से किए गए एक सर्वे की रिपोर्ट जारी की। इस सर्वे के जरिये उन खामियों को पहचानने, उस मनोदशा और अन्य कारकों को समझने की कोशिश की गई है जो लोगों को इलेक्टि्रक वाहन खरीदने के लिए प्रेरित या हतोत्साहित करते हैं।

मिली जुली रही राय

क्लाइमेट ट्रेंड्स की मधुलिका वर्मा ने बताया कि सर्वे के दौरान लोगों ने इलेक्टि्रक वाहनों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति अनुकूल और वायु प्रदूषण को कम करने वाला बताया। लोगों में नई प्रौद्योगिकी को लेकर काफी उत्साह भी देखा गया। हालांकि इस सर्वे में लोगों ने इलेक्टि्रक वाहनों को बार बार चार्ज करने की जरूरत को लेकर आशंकाएं भी जाहिर की। इसके अलावा उनकी रीसेल वैल्यू और पिक अप पावर को लेकर भी कुछ चिंताएं व्यक्त की।

लंबी दूरी तय करने के मामले में मूलभूत ढांचे की कमी और उसके गैर भरोसेमंद होने की बातें भी सामने आईं। पहली बार कार खरीदने वालों को कम विश्वास सर्वे में चार पहिया वाहनों के वर्ग में यह पाया गया कि इलेक्टि्रक कारों को स्वीकार करने वालों में ज्यादातर लोग पुरुष हैं और अपेक्षाकृत अधिक उम्र वाले हैं। नकारात्मक जवाब देने वाले लोगों में से 17 फीसद के पास अभी कोई कार नहीं है। इससे यह संकेत मिलता है कि पहली बार कार खरीदने जा रहे लोगों की नजर में इलेक्टि्रक कार कम आकर्षक विकल्प है। वहीं इसके ठीक विपरीत दोपहिया वर्ग में ई-वाहन खरीदने वालों में से ज्यादातर महिलाएं हैं।

सुर्खियों में है इको सिस्टम

क्लाइमेट ट्रेंड्स की निदेशक आरती खोसला ने कहा कि इलेक्टि्रक वाहनों की घरेलू स्तर पर ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर भी स्वीकार्यता लगातार बढ़ रही है। अब इलेक्टि्रक वाहनों का इको सिस्टम सुर्खियों में है और सरकारें भी इलेक्टि्रक वाहनों के लिए नई नई नीतियां ला रही हैं। उन्होंने कहा कि इलेक्टि्रक वाहनों को अपनाने की धीमी रफ्तार और उपभोक्ताओं में इनकी स्वीकार्यता की कमी की समस्याएं बरकरार हैं। इसके प्रति उपभोक्ताओं का विश्वास बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इसके अलावा इलेक्टि्रक मोबिलिटी को व्यापक रूप से अपनाने को बढ़ावा देने के लिए इन वाहनों की उपलब्धता का दायरा भी बहुत बढ़ाने की जरूरत होगी।

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