तीन सरकारी स्कूलों में शुरू हुई नर्सरी से पांचवी तक की कक्षाएं, शिक्षकों ने CM से की स्कूल बंद करने की मांग

गवर्नमेंट एडेड स्कूल टीचर एसोसिएशन के महासचिव राजीव मित्तल ने बताया कि दिल्ली में फिलहाल छात्रों के लिए स्कूल पूरी तरह से बंद हैं उनकी कक्षाएं आनलाइन माध्यम से ही संचालित हो रही हैं। कहा कि जब कक्षाएं आनलाइन हो ही रही है तब शिक्षकों को स्कूल नहीं बुलाना चाहिए।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 07:35 PM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 07:35 PM (IST)
तीन सरकारी स्कूलों में शुरू हुई नर्सरी से पांचवी तक की कक्षाएं, शिक्षकों ने CM से की स्कूल बंद करने की मांग
शिक्षक संगठनों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर स्कूलों को पूरी तरह से बंद करने की मांग की।

नई दिल्ली [रीतिका मिश्रा]। दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने तीन सरकारी स्कूलों में सत्र 2021-22 से प्री- प्राइमरी और प्राइमरी कक्षाओं को शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इन स्कूलों में अभी तक सिर्फ छठी से 12वीं तक की पढ़ाई होती थी पर अब इसमें नर्सरी से पांचवी तक की पढ़ाई भी होगी। निदेशालय के वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक इन स्कूलों में यमुना विहार स्थित जीबीएसएसएस नंबर 1, नरेला स्थित जीबीएसएसएस और जंगपुरा स्थित गवर्नमेंट को-एड सीनियर सेकेंड्री स्कूल शामिल हैं। इसमें यमुना विहार स्थित जीबीएसएसएस नंबर 1 में नर्सरी से पांचवी तक की कक्षाएं भी लगेंगी। अभी तक सिर्फ इसमें छठी से 12वीं तक की पढ़ाई होती थी।

निदेशालय ने प्री प्राइमरी कक्षाओं की शुरुआत के बाद स्कूल का नाम बदलकर सर्वोदय बाल विद्यालय नंबर 1 रख दिया है। वहीं, नरेला स्थित जीबीएसएस स्कूल में पहली से पांचवी तक की कक्षाओं की शुरूआत की गई है। इस स्कूल का भी नाम बदलकर सर्वोदय बाल विद्यालय रखा गया है। जंगपुरा स्थित गवर्नमेंट को-एड सीनियर सेकेंड्री स्कूल में नर्सरी से पांचवी तक की कक्षाएं भी लगेंगी। इस स्कूल का नाम बदलकर सर्वोदय को-एड विद्यालय रखा गया है।

सीएम को पत्र लिखकर की कोविड की छुट्टी नहीं काटने की अपील

वहीं, कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण के कारण शिक्षक संगठनों ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखकर स्कूलों को पूरी तरह से बंद करने की मांग की। सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के संगठन गैस्टा (गवर्नमेंट एडेड स्कूल टीचर एसोसिएशन) के महासचिव राजीव मित्तल ने बताया कि दिल्ली में फिलहाल छात्रों के लिए स्कूल पूरी तरह से बंद हैं उनकी कक्षाएं आनलाइन माध्यम से ही संचालित हो रही हैं।

राजीव के मुताबिक जब कक्षाएं आनलाइन हो ही रही है तो फिर सभी शिक्षकों को भी स्कूल नहीं बुलाना चाहिए उन्हें भी घर से आनलाइन कक्षाएं लेने की अनुमति मिलनी चाहिए। राजीव ने बताया कि शिक्षा निदेशालय के एक परिपत्र के बाद शिक्षकों को घर से काम करने की अनुमति प्रधानाचार्य ही दे सकते हैं, लेकिन कई स्कूलों के प्रधानाचार्या इसमें मनमाना रवैया दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानाचार्यों की इस मनमानी को रोकने के लिए मुख्यमंत्री से मांग की है कि स्कूलों को तत्काल प्रभाव से सभी के लिए बंद किया जाए। वहीं, उन्होंने ये भी मांग करी कि जो शिक्षक कोरोना से संक्रमित होने के दौरान छुट्टी पर थे उनकी छुट्टी न काटी जाए बल्कि उनकी छुट्टियों को माफ कर दिया जाए।

chat bot
आपका साथी