अब मेट्रो के निर्माण स्थलों पर देख सकेंगे नुक्कड़ नाटक, जानिए आयोजन करने के पीछे क्या है उद्देश्य
दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन ने निर्माण स्थलों पर कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक नई पहल शुरू की है। इसके तहत अब मेट्रो अपने निर्माण स्थलों पर लोगों को जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक का आयोजन करेगा।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन अब एक नये तरीके से कोरोनावायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लोगों को जागरूक करने जा रहा है। मेट्रो ने सबसे पहले इसे अपने निर्माण स्थलों पर लागू किया है, इसके बाद इस माध्यम से अन्य जगहों पर कार्यक्रम करके लोगों को जागरूक किया जाएगा।
मेट्रो की ओर से निर्माण स्थलों पर कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक नई पहल शुरू की गई है। अब मेट्रो अपने निर्माण स्थलों पर लोगों को जागरूक करने के लिए नुक्कड़ नाटक का आयोजन करेगा और उसके माध्यम से वहां पर काम करने वाले मजदूरों को जागरूक किया जाएगा।
इस अभियान के तहत निर्माण स्थलों पर सीमित संख्या में श्रमिकों वाले छोटे समूहों को टारगेट करके नुक्कड़ नाटक आयोजित किए जा रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिंग और अन्य सभी प्रोटोकॉल का सावधानीपूर्वक पालन किया जा रहा है।
दरअसल मेट्रो कारपोरेशन अभी कई जगहों पर अपने नेटवर्क को बड़ा करने के लिए काम कर रही है। इन लाइनों के लिए सैकड़ों की संख्या में मजदूर काम कर रहे हैं। मेट्रो का मानना है कि चूंकि ये मजदूर वर्ग एक जगह पर रहते हैं इस वजह से इनको जागरूक किए जाने की अधिक आवश्यकता है। यदि ये मजदूर जागरूक रहेंगे तो कोरोना के प्रसार को कुछ हद तक रोकने में मदद मिलेगी। इस अनूठी पहल के तहत ही दिल्ली मेट्रो राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में डीएमआरसी के निर्माण स्थलों पर टीकाकरण के लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए इस अभियान का आयोजन किया जा रहा है।
राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों के बढ़ने के चलते 19 अप्रैल से लॉकडाउन लगा दिया गया था। इस बीच 10 मई से दिल्ली मेट्रो रेल निगम की ट्रेनें भी बंद कर दी गई थी। फिर लॉकडाउन के दौरान राहत देते हुए इसी सोमवार (7 जून) दिल्ली मेट्रो का परिचालन 50 फीसद यात्री क्षमता के साथ शुरू हुआ था लेकिन एक महीने के दौरान दिल्ली मेट्रो को लॉकडाउन में 300 करोड़ का नुकसान हुआ।
लॉकडाउन के दौरान मेट्रो सेवाएं बंद होने से डीएमआरसी को 300 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण के चलते पिछले महीने सभी रूटों पर डीएमआरसी ने 10 मई से मेट्रो सेवाएं बंद कर दी थीं। मेट्रो को रोजाना टिकट से रोजाना औसतन 10 करोड़ रुपये मिलते थे, लेकिन एक महीने के दौरान दिल्ली मेट्रो डिपो में खड़ी रहा और कमाई भी नहीं हुई। ऊपर से कर्मचारियों की सैलरी और रखरखाव पर लाखों रुपये रोजाना खर्च होते रहे।