DU admission 2021-22: छात्र-छात्राओं को क्यों नहीं दिया दाखिला, अब कालेज देंगे जानकारी

कालेजों को हर दिन चार्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं जिसमें कितने छात्रों ने आवेदन किया कितनों ने फीस जमा की और किन-किन छात्रों का दाखिला रिजेक्ट किया गया ये जानकारियां होंगी। इससे छात्र को आसानी से पता चल सकेगा कि उसका दाखिला हुआ या नहीं।

By Jp YadavEdited By: Publish:Mon, 04 Oct 2021 09:34 AM (IST) Updated:Mon, 04 Oct 2021 09:34 AM (IST)
DU admission 2021-22: छात्र-छात्राओं को क्यों नहीं दिया दाखिला, अब कालेज देंगे जानकारी
DU admission 2021-22: छात्र-छात्राओं को क्यों नहीं दिया दाखिला, अब कालेज देंगे जानकारी

नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय के स्नातक पाठ्यक्रमों में दाखिले आज से शुरू हो रहे हैं। पहले कटआफ के अंतर्गत पात्र छात्र दाखिला पोर्टल के जरिये आनलाइन दाखिला लेंगे। स्नातक की 65 हजार सीटों के लिए पांच कटआफ, एक स्पेशल कटआफ और सीटें खाली रहने पर स्पेशल ड्राइव के जरिये दाखिले होंगे। डीयू ने दाखिला प्रक्रिया के लिए ठोस इंतजाम किए हैं। छात्रों की सहूलियत के लिए प्रत्येक चरण की जानकारी पोर्टल पर उपलब्ध कराई जाएगी। आनलाइन दाखिला प्रक्रिया, ऊंचे कटआफ जारी करने समेत विभिन्न मसलों पर दाखिला समिति की डीन प्रो. पिंकी शर्मा ने संजीव कुमार मिश्र से बातचीत की। प्रस्तुत है प्रमुख अंश :-

 दाखिले आज से शुरू हो रहे हैं। छात्रों को किसी तरह की दिक्कत न हो, इसके लिए क्या-क्या इंतजाम किए गए हैं?

-डीयू में लगातार दूसरे साल दाखिले आनलाइन होंगे। विगत वर्ष से डीयू ने काफी कुछ सीखा है। छात्रों को जो परेशानी हुई थी, उसे इस बार ठीक किया गया है। डीयू की वेबसाइट को उन्नत किया गया है। डीयू समेत विभिन्न कालेजों की हेल्पलाइन छात्रों के हर सवालों का जवाब देगी। फ्लो चार्ट के जरिए छात्र दाखिले के प्रत्येक चरण को समझ सकेगा। हमने इस बार कालेजों को उनके परिसर में भी शिकायत निवारण प्रकोष्ठ के एक-दो पदाधिकारी नियुक्त करने को कहा है, जिससे अगर कोई छात्र कालेज पहुंचे तो उसकी समस्या का समाधान हो सके। दाखिला समिति के सदस्यों के नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल भी आनलाइन जारी किए गए हैं।

दाखिला प्रक्रिया पारदर्शी बनाने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं?

-कालेजों को हर दिन चार्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं, जिसमें कितने छात्रों ने आवेदन किया, कितनों ने फीस जमा की और किन-किन छात्रों का दाखिला रिजेक्ट किया गया, ये जानकारियां होंगी। इससे छात्र को आसानी से पता चल सकेगा कि उसका दाखिला हुआ या नहीं। यदि किसी कालेज ने छात्र को दाखिला नहीं दिया है तो इसका कारण बताते हुए पूरी जानकारी छात्र को देनी होगी। यदि छात्र कालेज के जवाब से संतुष्ट नहीं है तो वो कालेज और फिर केंद्रीय स्तर पर बनी शिकायत निवारण कमेटी में शिकायत कर सकता है। तय समय के अंदर समस्या का समाधान होगा।

लगातार दूसरे साल डीयू में पूरी दाखिला प्रक्रिया आनलाइन है? डीयू सरीखे संस्थान के लिए आनलाइन दाखिले क्या बेहतर हैं?

-डीयू बहुत पहले से आनलाइन दाखिले की योजना बना रहा था। कोरोना के चलते गत वर्ष जल्दबाजी में इसे अपनाना पड़ा, लेकिन अब हम इसमें परिपक्व हो गए हैं। पढ़ाई से लेकर परीक्षाएं तक आनलाइन हो रही हैं। डीयू केंद्रीय विवि हैं, जिसमें देश के कोने-कोने से छात्र दाखिला लेते हैं। पहले छात्र को दाखिले के लिए दिल्ली आना पड़ता था, कालेजों का चक्कर लगाना पड़ता था। यदि दाखिले में कोई कमी रह गई तो कमरा किराये पर लेकर कुछ दिन रहना भी पड़ता था, लेकिन अब छात्र अपने घर में बैठकर आसानी से दाखिला ले सकता है। प्रक्रिया काफी सरल हो गई है। यह छात्रों के हित में है।

आठ कालेजों ने दस पाठ्यक्रमों का कटआफ सौ फीसद जारी किया है? गत वर्ष के मुकाबले अन्य पाठ्यक्रमों का कटआफ भी काफी ऊंचा जारी हुआ है? इस पर आप के क्या विचार हैं।

-इस बार परिस्थितियां ऐसी थीं कि सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाएं नहीं हुईं। छात्रों का परीक्षा परिणाम मूल्यांकन के आधार पर जारी हुआ। करीब 70 हजार छात्रों ने 95 फीसद से अधिक नंबर प्राप्त किए। अब जब अधिक नंबर वाले छात्रों के आवेदन ज्यादा होंगे तो कटआफ ऊंचा होगा ही।

chat bot
आपका साथी