फंड को लेकर मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरने पर बैठे दिल्ली के तीनों महापौर

उत्तरी दिल्ली के महापौर जय प्रकाश ने बताया कि वह बीते दो सप्ताह से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से निगम के बकाया फंड के लिए प्रतिदिन पत्र लिख रहे थे लेकिन मुख्यमंत्री की ओर से कोई भी जवाब नहीं आया है।

By Neel RajputEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 08:48 AM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 11:44 AM (IST)
फंड को लेकर मुख्यमंत्री आवास के बाहर धरने पर बैठे दिल्ली के तीनों महापौर
13 हजार करोड़ रुपये का तीनों नगर निगमों का फंड बकाया है

नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली के नगर निगमों को फंड न मिलने के कारण हड़ताल पर कर्मचारियों के बीच अब तीनों नगर निगम के महापौर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल फ्लैग स्टॉफ रोड स्थित आवास के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। तीनों महापौर फंड के मामले में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की मांग कर रहे हैं और साथ ही फंड जारी करने के लिए कह रहे हैं। तीनों नगर निगमों का आरोप हैं कि 13 हजार करोड़ रुपये का तीनों नगर निगमों का फंड बकाया है। दिल्ली सरकार फंड जारी नहीं कर रही हैं इसकी वजह से कर्मचारियो को वेतन जारी नहीं कर पा रहे हैं।

उत्तरी दिल्ली के महापौर जय प्रकाश ने बताया कि वह बीते दो सप्ताह से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से निगम के बकाया फंड के लिए प्रतिदिन पत्र लिख रहे थे, लेकिन मुख्यमंत्री की ओर से कोई भी जवाब नहीं आया है। उन्होंने कहा कि निगमों को दिल्ली सरकार फंड नहीं दे रही है जिसकी वजह से वह डॉक्टरों से लेकर अन्य कर्मचारियों को तीन से चार माह से वेतन जारी नहीं कर पा रहे हैं।

दक्षिणी दिल्ली की महापौर अनामिका ने बताया कि आज हम अपना बकाया फंड लेने के लिए मुख्यमंत्री के घर पर आए हैं। दिल्ली का प्रथम नागरिक होने के चलते हमें न केवल मुख्यमंत्री से मिलने अधिकार बल्कि उनसे अपना बकाया फंड मांग निगम का अधिकार मांगने आए हैं। पूर्वी दिल्ली के महापौर निर्मल जैन ने बताया कि फंड को लेकर लगातार मुख्यमंत्री को पत्र लिखे जा रहे हैं, लेकिन फंड जारी करने की बजाय दिल्ली सरकार नगर निगमों के फंड में कटौती कर रही है।

भूख हड़ताल पर बैठे डॉक्टर

हिंदूराव अस्पताल के डॉक्टरों को 4 महीने से वेतन नहीं मिला है इस वजह से वह पांच अक्टूबर से पहले से हड़ताल कर रहे थे और अब वह भूख हड़ताल पर हैं। पिछले शुक्रवार से शुरू हुई भूख हड़ताल का आज चौथा दिन है और डॉक्टरों की हड़ताल चल रही है। डॉक्टर ने आंदोलन को लंबा रखने के लिए क्रमिक हड़ताल का निर्णय लिया है जिसमें पांच-पांच डॉक्टर एक साथ हड़ताल करते हैं इसमें से एक डॉक्टर की तबीयत खराब हो गई तो उसकी जगह दूसरे डॉक्टर भूख हड़ताल पर बैठ गए।

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