अगले साल दिल्ली विश्वविद्यालय शुरू करेगा तकनीकी पाठ्यक्रमों की पढ़ाई, जानिए कितने साल का होगा बीटेक

नार्थ कैंपस में तकनीकी विभाग के तहत तीन संकाय शुरू किए जाएंगे। डीयू ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से इसके लिए 100 करोड़ रुपये की धनराशि मांगी है। 10 दिसंबर को होने वाली अकादमिक परिषद की बैठक में भी इस पर चर्चा होगी।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 12:12 PM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 12:12 PM (IST)
अगले साल दिल्ली विश्वविद्यालय शुरू करेगा तकनीकी पाठ्यक्रमों की पढ़ाई, जानिए कितने साल का होगा बीटेक
तकनीकी पाठ्यक्रमों की पढ़ाई के लिए बनेंगे तीन नए संकाय>

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली विश्वविद्यालय अब तकनीकी पाठ्यक्रमों की भी पढ़ाई कराएगा। शैक्षणिक सत्र 2022-23 से चार वर्षीय बीटेक पाठ्यक्रम शुरू होंगे। इसके लिए नार्थ कैंपस में तकनीकी विभाग के तहत तीन संकाय शुरू किए जाएंगे। डीयू ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से इसके लिए 100 करोड़ रुपये की धनराशि मांगी है। 10 दिसंबर को होने वाली अकादमिक परिषद की बैठक में भी इस पर चर्चा होगी।

डीयू प्रशासन ने यूपी टेक्निकल यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति प्रो. डीएस चौहान के नेतृत्व में एक आठ सदस्यीय कमेटी गठित की थी। कमेटी को डीयू में तकनीकी पाठ्यक्रमों की पढ़ाई के विकल्प, विभाग की संरचना, सुविधाओं पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करनी थी। कमेटी ने रिपोर्ट हाल ही में विवि को सौंपी। इसमें तीन नए संकाय- इलेक्टिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्यूनिकेशन इंजीनियरिंग और कंप्यूटर इंजीनियरिंग खोलने की सिफारिश की गई है। सेमेस्टर मोड में छात्र इनकी पढ़ाई कर सकेंगे।

अनुदान के लिए कुलसचिव ने यूजीसी चेयरमैन को लिखा पत्र

कुलसचिव ने यूजीसी चेयरमैन को एक पत्र लिखा है। जिसमें उन्होने कहा है कि डीयू शैक्षणिक सत्र 2022-23 से बीटेक पाठ्यक्रम शुरू करना चाहता है। प्रयोगशाला, कक्षा आदि सभी व्यवस्थाओं के लिए सौ करोड़ रुपये की दरकार होगी। डीयू ने प्रतिवर्ष 25 करोड़ रुपये मांगे हैं।

जेईई मेंस के जरिए दाखिला लेने की सिफारिश

डीयू कमेटी ने बीटेक पाठ्यक्रमों में जेईई मेंस के जरिए दाखिले की वकालत की है। कमेटी ने कहा है कि बीटेक में प्रवेश परीक्षा के जरिए दाखिले दिए जाएं। साथ ही डीयू शिक्षकों, कर्मचारियों के छात्रों के लिए वार्ड कोटा, एक्स्ट्रा करिकुलर एक्टिविटी (ईसीए) और स्पोर्ट्स कोटा भी लागू नहीं होगा। प्रत्येक संकाय में 24 फैकल्टी नियुक्त होंगे। इसमें दो प्रोफेसर, छह एसोसिएट प्रोफेसर और 16 असिस्टेंट प्रोफेसर नियुक्त किए जाएंगे।

नई शिक्षा नीति के तहत छात्रों को मिलेंगे विकल्प

डीयू प्रशासन ने बताया कि नई शिक्षा नीति के तहत छात्रों को कई सहूलियतें मिलेंगी। मसलन, छात्र चाहें तो एक, दो, तीन या फिर चार साल में पढ़ाई पूरी कर सकेंगे। वर्ष के हिसाब से छात्रों को दस्तावेज दिए जाएंगे। एक साल पढ़ाई पर सर्टिफिकेट दिया जाएगा। दो साल की पढ़ाई पर डिप्लोमा, तीन साल की पढ़ाई पर एडवांस डिप्लोमा, चार साल की पढ़ाई पर बीटेक की डिग्री दी जाएगी।

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